अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश में कुछ ही महीनों में विधान सभा चुनाव होने वाले है। जिसके चलते आज पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक चल रही है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, मध्य प्रदेश के प्रभारी महासचिव जयप्रकाश अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौजूद हैं।

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इनके साथ ही इस बैठक में अरुण यादव, सुरेश पचौरी, डॉक्टर गोविंद सिंह, एनपी प्रजापति, कांतिलाल भूरिया, शोभा ओझा, बाला बच्चन, कमलेश्वर पटेल, सुरेंद्र चौधरी, अजय सिंह राहुल भैया, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा, विवेक तंखा, रामेश्वर नीखरा, पी सिंह कक्काजू और महेंद्र जोशी उपस्थित है।

बैठक में शामिल होने आए पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि आज की बैठक में आगामी चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी।किस तरीके से कांग्रेस को काम करना है, इस सब पर विस्तार से चर्चा होगी। वहीं महाराष्ट्र में एनसीपी विधायकों के टूटने पर भूरिया ने कहा एनसीपी के विधायक टूटे हैं वह जाने, कांग्रेस से कोई नहीं गया है।

वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने बताया कि बैठक में बीजेपी की करगुजारियों को जनता के सामने उजागर करने को लेकर रणनीति बनेगी। पूरी तरीके से यह मान कर चलिए एमपी में कांग्रेस की सरकार बनेगी, क्योंकि बीजेपी सरकार से जनता त्रस्त हो चुकी है और बदलाव चाहती है। सर्वे को लेकर कमलेश्वर पटेल ने कहा कि सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है, सर्वे का क्या सच है सबको पता है, पीएम अभी दौरे पर आए करोड़ों रुपए खर्च हुए, सीएम भी लगातार कार्यक्रम कर रहे हैं, उनमें 10 से 15 करोड रुपए खर्च हो रहे हैं, जनता त्रस्त हो चुकी है। कार्यक्रम खत्म होने के पहले ही जनता भाग जाती है। एमपी में भी बदलाव का दौर है। हिमाचल और कर्नाटक की तरह एमपी में कांग्रेस की सरकार बनेगी।

सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में प्रियंका गांधी के दौरे को पर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा वर्तमान समय में किसी का कोई गढ़ नहीं है। जनता यदि आपको ऊपर उठाती है तो गिरा भी देती है। सिंधिया का अब कोई गढ़ नहीं बचा है।

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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों को लेकर इस बैठक में चर्चा की जा रही है। 10 जुलाई को शुरू होने वाला विधानसभा का मानसून सत्र होने वाला है। बता दें कि, यह मानसून सत्र 15वीं विधानसभा का आखिरी सत्र होगा। कांग्रेस विधानसभा मानसून सत्र की रणनीति तय करेगी। इसके साथ ही विपक्ष पर कई मुद्दों को लेकर जमकर हमला करने की रणनीति बनाएगी। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए तैयारियां शुरू कर दी है।

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