लक्षिका साहू, रायपुर. कांग्रेस ने बीजेपी के सक्रिय सदस्य सम्मान कार्यक्रम का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है, जिसमें भाजपा के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक अजय चंद्राकर मंच पर सम्मान पत्र और गमछा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव को लौटाते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस ने पोस्ट पर लिखा है कि अजय चंद्राकर ने फिर अपने तेवर दिखाए. भाजपा की कलह सड़क पर नहीं अब मंच पर भी दिख रही है. इस पर अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि राजनीति करने कांग्रेस कोई और विषय तलाशें, वे राहुल गांधी की तरह बिना सोचे कुछ नहीं कहते. वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि वे पार्टी के लिए काम करते हैं. इसके लिए किसी को सम्मान मिलना चाहिए तो वो अध्यक्ष किरण सिंहदेव हैं.

मंच पर ही सम्मान लौटाकर अजय चंद्राकर ने सुनाई खरी खोटी

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा है ‘भाजपा के राहु कहे जाने वाले अजय चंद्राकर ने फिर अपने तेवर दिखाए. अजय जामवाल और किरण देव को जमकर खरी खोटी सुनाई. मंच पर ही सम्मान और गमछा लौटा दिया. कभी 3 टके का सवन्नी भी धमका देता था, अब तो मंत्रालय भी नहीं मिला. ‘जले में नमक’ अजय दाऊ को सदस्यता अभियान का तम्बूरा पकड़ा रहे. भाजपा का कलह सड़क पर नहीं अब मंच पर भी है.’ बता दें कि वीडियो में अजय चंद्राकर बीजेपी अध्यक्ष किरण सिंह देव को सम्मान वापस करते दिखाई दे रहे. इस दौरान मंच पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और क्षेत्रीय महामंत्री अजय जामवाल भी मौजूद थे. इस कार्यक्रम में सदस्यता अभियान में सक्रिय सदस्यों को सम्मानित किया गया था.

प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का होना चाहिए सम्मान : अजय चंद्राकर

कांग्रेस के पोस्ट पर विधायक अजय चंद्राकर ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा, मैं राहुल जी की तरह बिना सोचे कुछ नहीं बोलता. राजनीति करने के लिए कोई और विषय तलाश कीजिए. कांग्रेस द्वारा जारी वीडियो पर अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए एक्स पर लिखा, कांग्रेस के मित्रों को मैं बताना चाहता हूं कि मैं राहुल जी की तरह बिना समझे नहीं बोलता. आप सभी लोगों ने सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी तो पढ़ी ही होगी. मैंने भाजपा के मंच पर कहा था कि मां (भारतीय जनता पार्टी) की सेवा में कोई सम्मान नहीं होना चाहिए और किया भी जा रहा है तो प्रदेश अध्यक्ष किरण देव का होना चाहिए, जिसकी प्रेरणा से ये महान लक्ष्य (सदस्यता) संगठन ने प्राप्त किया. राजनीति करने के लिए कोई और विषय तलाश कीजिए.