मनेंद्र पटेल, दुर्ग. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में लगातार हो रही कटौती को लेकर कांग्रेस ने आज दुर्ग कलेक्ट्रेट में बड़ा प्रदर्शन किया. बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मनरेगा मजदूरों की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताई. पुलिस ने उन्हें कलेक्ट्रेट पहुंचने से रोकने के लिए भारी बैरिकेडिंग और सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक लगाए. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दुर्ग कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि डेढ़ साल में भाजपा सरकार की असलियत सामने आ चुकी है. कांग्रेस सरकार के समय मनरेगा के तहत 42 लाख मानव दिवस सृजित किए गए थे, जो भाजपा सरकार के आने के बाद 2024-25 में घटकर 32 लाख हो गए और अब 2025-26 में केवल 18 लाख मानव दिवस निर्धारित किए गए हैं.


रोजगार नहीं मिलने से पलायन कर रहे ग्रामीण : ठाकुर
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ठाकुर ने कहा कि यह सिर्फ आंकड़ों में कटौती नहीं है, बल्कि यह लाखों ग्रामीण मजदूरों की आजीविका पर सीधा हमला है. जिले में करीब डेढ़ लाख सक्रिय मनरेगा मजदूर हैं, लेकिन अब केवल 10,000 मजदूरों को ही काम मिल पा रहा है. पहले जहां 40 से 50 हजार मजदूरों को रोजगार मिलता था, अब उनकी संख्या में भारी गिरावट आई है. रोजगार की कमी के कारण अब ग्रामीण मजदूरों को दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ रहा है. पूर्व विधायक अरुण वोरा ने कहा, कांग्रेस का यह प्रदर्शन ग्रामीण मजदूरों की बिगड़ती स्थिति और मनरेगा में बजट व कार्य दिवसों में कटौती के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार से तत्काल सुधार की मांग की.
बैठक कर सरकार को भेजा जाएगा प्रस्ताव : एसडीएम
दुर्ग एसडीएम हितेश ने बताया कि मनरेगा में हो रही कटौती को लेकर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया है. उनका कहना है कि कांग्रेस की सरकार में मनरेगा के तहत 42 लाख मानव दिवस का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन भाजपा सरकार धीरे-धीरे कटौती कर रही है. कांग्रेस के पांच सदस्यीय दल सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा और सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा.
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