मोहम्मद करीमुल्लाह/मधुबनी : बिहार में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुबोध मंडल की अध्यक्षता में मधुबनी जिला कांग्रेस कमिटी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय के समक्ष जोरदार धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा बेरोजगारी, पेपर लीक और सरकार की बेरुखी रहा।

छात्र-नौजवानों की हालत बदतर

इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के पर्यवेक्षक राहुल सिंह भदौरिया ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार के बावजूद छात्र-नौजवानों की हालत बदतर होती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है, जिससे उनमें भारी निराशा है। भदौरिया ने कहा कि बिहार में लगभग 4 करोड़ युवा बेरोजगार हैं, जो सरकार की नीतियों पर बड़ा सवाल है।

पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र ने कहा कि जब छात्र अपनी नौकरी और पेपर लीक जैसी समस्याओं को लेकर आंदोलन करते हैं, तो सरकार उन पर दमनात्मक कार्रवाई करती है। पुलिस द्वारा छात्रों पर बेरहमी से लाठीचार्ज किया जाता है, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।

पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ने कहा सरकार पूरी तरह निरंकुश हो चुकी

पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक ने कहा कि सरकार अब पूरी तरह निरंकुश हो चुकी है और छात्रों की उम्मीदें इस शासन से खत्म हो चुकी हैं। पूर्व विधायक भावना झा ने बेरोजगारी को बिहार की सबसे बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को गुमराह कर रही है और रोजगार के नाम पर सिर्फ झूठे वादे किए जा रहे हैं।

राजनीतिक समीकरणों पर असर पड़ सकता

डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान ने कहा कि बेरोजगारी को लेकर युवाओं में गहरा आक्रोश है, जो आने वाले चुनावों में देखने को मिलेगा। नलिनी रंजन झा रूपम ने आरोप लगाया कि सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा कर सत्ता तो हासिल कर ली, लेकिन युवाओं की हालत और खराब हो गई।

कृष्णकांत झा गुड्डू ने कहा कि जो सरकार युवाओं के साथ नहीं है, वह ज्यादा दिन टिक नहीं सकती। छात्र आने वाले चुनाव में इसका जवाब देंगे।

यह विरोध प्रदर्शन युवाओं की पीड़ा और सरकार की नाकामी को उजागर करता है, जिससे आने वाले समय में राजनीतिक समीकरणों पर असर पड़ सकता है।