रायपुर। राजधानी की कालीबाड़ी स्थित गुरुकुल काम्प्लेक्स परिसर को तोड़ने के बजाय राज्य शासन अपने अधिग्रहण में ले और शासकीय संपत्ति मानकर स्कूल और परिसर को खुद चलाए. जिससे राष्ट्रीय हानि होने से बचाया जा सके. ऐसी मांग नागरिक संघर्ष मंच के डॉ. राकेश गुप्ता, विश्वजीत मित्रा, हरजीत जुनेजा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर की हैं.

दरअसल पिछले दिनों भातखंडे ललित कला शिक्षा समिति गुरुकुल कांप्लेक्स परिसर के खिलाफ पिछले कई वर्षों से शिकायतें मिल रही थी. जिसकी जांच राज्य शासन द्वारा की गई तो वह सही पाया गया. फिर कलेक्टर और सचिव स्तर पर तमाम शिकायतों के बाद नजूल पट्टा रद्द करने और कांप्लेक्स को तोड़ने के आदेश दिए गए हैं. पूरे परिसर में स्कूल सहित विभिन्न लोग निवासरत हैं और वहां पर विभिन्न छोटे-छोटे व्यवसाय कर रहे लोग कई वर्षों से अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं. जो बेघर हो जाएंगे. वैसे भी कांप्लेस को तोड़ना एक राष्ट्रीय हानि माना जाएगा.

ऐसे में नागरिक संघर्ष मंच ने राज्य सरकार से अनुरोध है किया है कि पूरे गुरुकुल कांप्लेक्स परिसर को राज्य शासन अपने अधिग्रहण नियमों के अंतर्गत कर ले और उसे राज्य शासन की संपत्ति मानकर सभी नीतिगत निर्णय लेकर स्कूल को और परिसर को स्वयं चलाएं. जिससे राष्ट्रीय क्षति रोकी जा सके और राज्य शासन को प्राप्त होने वाली आय को स्कूल की प्रगति और शैक्षणिक कार्यों में लगाया जा सके.