नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के लंदन में दिए गए कथित देशविरोधी बयान पर देश में सियासत गरमाई हुई है. शुक्रवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. वहीं अब जेपी नड्डा के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने बीजेपी पर पलटवार किया है.

READ MORE: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का राहुल गांधी पर बड़ा हमला, बोले-Rahul Gandhi देश विरोधी टूलकिट का परमानेंट हिस्सा बन गए…यूरोप और अमेरिका को उकसाने के पीछे क्या मंशा…

मल्लिकार्जुन खरगे ने जेपी नड्डा पर पलटवार करते हुए कहा, “वो खुद ही वो पहले से एंटी नेशनल हैं. आजादी के वक्त भी देश को आजादी दिलाने के आंदोलन में उन्होंने पार्टिसिपेट नहीं किया. जो खुद एंटी नेशनल हैं वो औरों को एंटी नेशनल बोल रहे हैं. क्योंकि उनके पास जनता की समस्याओं का कोई जवाब नहीं है. आज जो सामान्य जनता भुगत रही है. अनएम्प्लोयमेंट, इन्फ्लेशन से उसका कोई जवाब नहीं है. अडानी का मामला हम सब के सामने आया है, उसका जवाब क्यों नहीं देते? अडानी को बचाने के लिए ये सारी बातें कर रहे हैं.

खरगे ने कहा, क्या राहुल गांधी एंटी नेशनल हो सकते हैं, डेमोक्रेसी के बारे में अगर कहीं डिबेट होता है, डिबेट में कहीं बात करते हैं, तो क्या एंटी नेशनल हो गए? खुद पीएम मोदी ने 6-7 सात देशों में जाकर कहा कि हिंदुस्तान के लोग बोलते हैं, बिजनेसमैन बोलते हैं कि हमने क्या पाप किया, जो हिंदुस्तान में पैदा हो गए. ऐसा व्यक्ति हमें एंटी नेशनल बोलता है, जिन्होंने यहाँ के नागरिकों का अपमान किया, देश के लोगों का अपमान किया, वो प्रधानमंत्री हैं, पहले उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने हर देश में जाकर ये बातें कही है, चीन में कही, कनाडा में कहा, यूएई में कहा, साउथ कोरिया में कहा, हर जगह जाकर भारत की जनता का अपमान किया. तो जो आदमी अपने नागरिकों की इन्सल्ट करता है. भारतीयों को उनको एक अच्छे नागरिक के रुप में नहीं देखता, उनको क्या अधिकार है दूसरों पर टिका-टिप्पणी करने का?

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जेपी नड्डा जो बोल रहे हैं, वो सरासर गलत है, ऐसे स्टेटमेंट को मैं कंडम करता हूं और कोई माफी मांगने का सवाल नहीं है. हम पार्लियामेंट में जमकर उत्तर देंगे.

राहुल गांधी को अगर मौका मिला, जरुर सारी बातें वहां पर बताएंगे. भाजपा के लोग इसलिए डर रहे हैं. हमें मौका नहीं दे रहे हैं. हर एमपी को ये आजादी है, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है और हमें, पार्लियामेंट मेंबर को भी फ्रीडम है, तो हमें आप हाउस में बोलने की इजाजत क्यों नहीं दे रहे हैं? तो इसका मतलब है कि आप डर रहे हैं और हम जो मुद्दे उठा रहे हैं, वो देश के मुद्दे हैं.

क्या सरकार भी कभी संसद में हंगामा करती है? कोई एक इशू आया, तो उस इशू पर उठकर बवाल करते हैं और यहां तो हर रोज सरकार ही इंस्टिगेट कर रही है अपने मेंबर्स को डिस्टर्ब करो, हाउस को चलने मत दो और माफी मांगो. राज्यसभा में क्या संबंध है इनका, मेंबर वो लोकसभा के हैं, यहां पर आकर भी वही दोहराते हैं, वहां जाकर भी डिस्टर्ब करते हैं. तो ये खुद एंटी नेशनल हैं, हमारे को देशभक्ति को सिखाना की जगह उनको खुद सीखना चाहिए. ब्रिटिश शासन के समय भी ये उनके पास नौकरियां करते थे. देश में जहां फ्रीडम मूवमेंट चला, वहां साथ नहीं दिया, ऐसे लोग हमें क्या सिखाएंगे?”