रायपुर- भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा के बयान पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा का महिला विरोधी चरित्र तो लगातार पांच वर्षों तक महिला आरक्षण विधेयक को राज्यसभा में प्रस्तुत न करने से उजागर हो चुका है. कांग्रेस ने लगातार आधी आबादी के पूरे हक की बात को उठाया है और संसद और विधानसभाओं के लिए महिला आरक्षण संविधान संशोधन विधेयक लाए जाने की मांग की है, लेकिन भाजपा की सरकार ने अपने महिला विरोधी चरित्र को उजागर करते हुए यह विधेयक राज्यसभा में लाया ही नहीं.

यदि भाजपा सरकार ने राज्यसभा में यह विधेयक रखा होता तो कांग्रेस ने इसे पारित कराने के लिए समर्थन की पहले ही घोषणा कर दी थी लेकिन अपने महिला विरोधी चरित्र के चलते भाजपा सरकार ने यह विधेयक नहीं लाया. नगरीय निकायों और पंचायतीराज संस्थाओं में महिला आरक्षण के कारण ही आज बड़ी संख्या में योग्य महिलाएं नेतृत्व कर रही हैं और अपने-अपने गांव जनपद क्षेत्र जनपद पंचायत, जिला पंचायत, नगर पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम के विकास में भूमिका निभा रही हैं.

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा की महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता का गुणगान करने वाले शिवरतन शर्मा कांग्रेस पर झूठे आरोप मढ़ने के बजाय महिला आरक्षण संविधान संशोधन विधेयक राज्यसभा में न रखने का कारण बताएं तो बेहतर होगा? महिलाओं को आरक्षण न देने में भाजपा की साजिश को छिपाने के लिए शिवरतन शर्मा हरियाणा के लिंग अनुपात जैसे बेतुके और अप्रासंगिक तथ्यों को राजनीतिक फायदा उठाने के लिए सामने न रखें तो बेहतर होगा.

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा नेता शिवरतन शर्मा भाजपा के महिला विरोधी चरित्र को छिपाने के लिए कांग्रेस पर मिथ्या आरोप लगा रहे हैं. भाजपा नेता शिवरतन शर्मा बतायें कि भाजपा ने आज तक किस महिला को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है? भाजपा ने महिलाओं के नेतृत्व को हमेशा पीछे धकेलने का काम किया है. भाजपा की ही तरह भाजपा का पितृसंगठन आरएसएस का भी चरित्र महिला विरोधी चरित्र है. आरएसएस में आज तक किसी भी महिला को आरएसएस प्रमुख की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है बल्कि आरएसएस ने गृहस्थ जीवन से मुक्त रहने वाले को ही अपने संगठन में जिम्मेदारी सौंपने की नीति तय की है जो महिला विरोधी होने का पुख्ता प्रमाण और जीता जागता सबूत है.

भाजपा के शासनकाल में छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटनाएं किसी से छुपी नहीं है. अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए जा रहे सशक्त कदमों से घबराई भाजपा महिलाओं का वोट बटोरने के लिए कांग्रेस पर झूठे आरोपों का सहारा ले रही है जबकि कांग्रेस पार्टी ने देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति लोकसभा के अध्यक्ष सहित कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी महिलाओं को सौंपी है. कांग्रेस में आज भी महिलाओं को उनका पूरा अधिकार और नेतृत्व दिया जाता है. आधी आबादी के पूरे हक के लिये कांग्रेस प्रतिबद्ध है.