रायपुर. पिछली सरकार में पावरफुल नौकरशाह रहे अमन कुमार सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव और प्रवक्ता विकास तिवारी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है. यह मुकदमा भोपाल में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष दायर किया गया है. गौरतलब है कि विकास तिवारी ने मुख्य सचिव के नाम भेजे गए पत्र में अमन सिंह के विरूद्ध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले की शिकायत की थी. वहीं उनकी पत्नी यास्मिन सिंह की संविदा नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी. राज्य शासन ने इस शिकायत के बाद ही यास्मीन सिंह के खिलाफ प्रमुख सचिव रेणु पिल्लै को जांच का जिम्मा सौंपा है.
अमन कुमार सिंह और यास्मीन सिंह ने मानहानि मुकदमा दायर किए जाने के पीछे इस पत्र को ही आधार बनाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि छवि धूमल करने के लिए झूठी और निराधार शिकायत की गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि विकास तिवारी ने सोशल मीडिया पर इसे प्रसारित किया तथा न्यूज चैनल के एक इंटरव्यू में झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाए, जिसका प्रसारण देशभर में किया गया. अमन कुमार सिंह ने यह आरोप लगाया है कि विकास तिवारी ने जानबूझकर झूठे आरोप लगाए हैं. इससे मानहानि हुई है. बरसो मेहनत कर बनाई गई छवि खराब हुई है.
भोपाल में न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अमन कुमार सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह ने अपने वकील श्रेयराज सक्सेना के माध्यम से भारतीय दंड विधा की धारा 499, 500 के तहत मुकदमा दायर किया है. इधर इस पूरे मामले में कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने अपने बयान में कहा है कि-मुझे मानहानि के मामले से जुड़ी किसी तरह की नोटिस नहीं मिली है. नोटिस मिलने पर मैं कोर्ट में जवाब प्रस्तुत करूंगा. भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध मेरी लड़ाई जारी रहेगी.