रायपुर। भूपेश बघेल ने सरकार के नेतृत्व के साथ-साथ बेहतर वित्तीय प्रबंधन की नई मिसाल गढ़ी है. कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का बेहतर प्रदर्शन है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के फैसलों के कारण ही छत्तीसगढ़ देश से बेहतर स्थिति में है. यह बात प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने छत्तीसगढ़ राज्य के 2020-21 के आर्थिक सर्वेक्षण और सकल राज्य घरेलू उत्पाद जीडीपी के त्वरित और अग्रिम अनुमान को लेकर कहा है.
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पुरखों के देखे सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ गढ़ने और बनाने में लगे है. इसी का परिणाम है कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद बाजार मूल्य त्वरित अनुमान के अनुसार गत वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 में 5.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिसमें कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 3.67 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) में 3.43 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र में 7.71 प्रतिशत वृद्धि हुई है.
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने कहा है कि कोरोना के बावजूद हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने देश के राष्ट्रीय सूचकांकों से बेहतर प्रदर्शन किया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सही फैसलों और कांग्रेस सरकार की सही नीतियों के कारण ही कोरोना संकट और लॉकडाउन के बावजूद छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था देश की अर्थव्यवस्था बहुत बेहतर स्थिति में है. देश के प्रति व्यक्ति आय में 5.41 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के मुकाबले छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय में गिरावट नहीं के बराबर मात्र 0.14 प्रतिशत है जो स्पष्ट करता है कि भूपेश बघेल सरकार की नीतियों के परिणाम स्वरूप छत्तीसगढ़ के लोग खुशहाल बने है.
छत्तीसगढ़ राज्य में सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2019-20 के अग्रिम अनुमान पिछले वर्ष की तुलना में बाजार मूल्य स्थिर भाव पर 231182 करोड़ रुपए से बढ़कर 243477 करोड़ रुपए हो गई है जो कि 5.32 प्रतिशत वृद्धि है.
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अखिल भारतीय वृद्धि दर से तुलनात्मक रूप से छत्तीसगढ़ की वृद्धि दर बेहतर है. वर्ष 2020-21 में कोविड-19 महामारी एवं लाकडाउन होने के बावजूद भी कृषि एवं सेवा क्षेत्र में वृद्धि का सकारात्मक रूझान क्रमशः 4.61 प्रतिशत और 0.75 प्रतिशत है, जो कि शासन की नीतियों एवं नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी विकास योजना के प्रभाव को दिखाता है. इसके विपरीत भारत का कृषि क्षेत्र में मात्र 3.38 प्रतिशत वृद्धि है और सेवा क्षेत्र में 8.77 प्रतिशत की गिरावट है. औद्योगिक क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ में कोरोना और लॉकडाउन के बावजूद सिर्फ 5.28 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यही गिरावट लगभग दुगुनी 9.57 प्रतिशत है.