रायपुर। केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के आव्हान पर 26 नवंबर को किए जा रहे देशव्यापी हड़ताल को कांग्रेस पार्टी ने अध्यक्ष सोनिया गांधी की सहमति से समर्थन दिया है. इस कड़ी में सप्रे स्कूल से निकली गई मशाल रैली मे असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पाण्डेय और किसान कांग्रेस के महामंत्री सौरभ निर्वाणी के साथ रायपुर के अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए.

छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष आलोक पाण्डेय ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार मजदूर विरोधी जो 5 काले कानून लाने जा रही है, उसमें प्रमुख रूप से विद्युत वितरण संशोधन अधिनियम 2020, लेबर कोड बिल न्यूनतम वेतन भुगतान अधिनियम 2019, सामाजिक सुरक्षा अधिनियम 2020, औद्योगिक संबंध अधिनियम 2020 और मजदूरों की कार्यदशा पर बिल 2020 शामिल है जो पूरी तरह से मजदूर किसान विरोधी है.

आलोक पाण्डेय ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पर नये कानूनों से ‘गरीबों को और गरीब करो, अमीर को और अमीर बनाओं’ वाला कार्य करने का आरोप लगाया. वर्तमान की केन्द्र सरकार 70 साल के बने हुये ढांचे को ढहाने का प्रयास कर रही है. रेलवे, एयरपोर्ट, बैंक जैसे कई सरकारी संस्थानों को बंद करके उनका निजीकरण करके सरकार पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है. इसी प्रकार नये कृषि कानून बनाये गये हैं, जो किसानों के हितों के विपरीत है, जिसका पूरे देश भर में विरोध हो रहा है.