नई दिल्ली। कांग्रेस ने अमर जवान ज्योति पर प्रज्‍जवलित चिरस्थायी ज्योति को बुझाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि यह ‘इतिहास को बुझाने जैसा है और अपराध से कम नहीं है.’ कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “अमर जवान ज्योति को बुझाना इतिहास को बुझाने के समान है, क्योंकि यह उन 3,483 बहादुर सैनिकों के बलिदान का अपमान करता है, जिन्होंने पाकिस्तान को 02 भागों में विभाजित किया और विभाजन के बाद दक्षिण एशिया के नक्शे को फिर से बनाया.”

अब इंडिया गेट पर नहीं जलेगी अमर जवान ज्योति, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में होगी विलीन, 50 साल पहले भारत-पाक युद्ध में शहीद सैनिकों की याद में जलाई गई थी ज्वाला

 

मनीष तिवारी ने कहा कि अमर जवान ज्योति राष्ट्रीय चेतना में व्याप्त है और एक अरब लोग इसे पूजते हुए बड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि “भारत में दो शाश्वत ज्वाला क्यों नहीं हो सकती? अमर जवान ज्योति और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक.” उन्होंने कहा कि “सेंट्रल विस्टा का पुनर्विकास करना ठीक था, लेकिन इंडिया गेट पर शाश्वत लौ को बुझाना किसी अपराध से कम नहीं है. मुझे आश्चर्य है कि राष्ट्र चुप है, क्योंकि इतिहास को फिर से लिखने की परियोजना में एक राष्ट्रीय प्रतीक को हटा दिया जाएगा.” बता दें कि इंडिया गेट पर लगी शाश्वत ज्वाला को 50 साल बाद आज बुझा दिया जाएगा.

Republic Day: सुरक्षा के चलते आम जनता के लिए बंद रहेगा लाल किला, IGI हवाई अड्डे पर परिचालन भी रहेगा बंद

 

अमर जवान ज्योति के रूप में जानी जाने वाली शाश्वत ज्वाला 1972 में इंडिया गेट आर्च के नीचे 1971 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की याद में बनाई गई थी. राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के अस्तित्व में आने के बाद दो साल पहले अमर जवान ज्योति के अस्तित्व पर सवाल उठाया गया था. यह इसलिए क्योंकि सवाल उठाए जा रहे थे कि अब जब देश के शहीदों के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल बन गया है, तो फिर अमर जवान ज्योति पर क्यों अलग से ज्योति जलाई जाती रहे. हालांकि पहले भारतीय सेना ने कहा था कि अमर जवान ज्योति जारी रहेगी, क्योंकि यह देश के इतिहास का एक अविभाज्य हिस्सा है.