प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 साल बाद पहली कुवैत यात्रा है. रक्षा और व्यापार समेत कई क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के लिए, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि वे बार-बार विदेश जाने वाले प्रधानमंत्री हैं. बकि मणिपुर के लोग उनका इंतजार करते रह गए.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने “X” पर लिखा, “मणिपुर के लोगों का इंतजार जारी है, यही उनकी किस्मत है क्योंकि श्रीमान मोदी कोई तारीख तय करने से इनकार कर रहे हैं. बार-बार विदेश दौरे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी कुवैत रवाना हो गए.” पार्टी का कहना है कि इससे संघर्षग्रस्त राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद मिलेगी.

चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें; उपराज्यपाल ने शराब घोटाले में मुकदमा चलाने ED को दी मंजूरी

पिछले साल 3 मई को राज्य के पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता के बाद मणिपुर में हिंसा भड़क गई, जो कुकी और मेइती समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में हुई थी. तब से हिंसा में 220 से अधिक लोगों और सुरक्षाकर्मियों की जान जा चुकी है.

1981 में, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इस खाड़ी देश की यात्रा की थी, लेकिन मोदी ने अपनी यात्रा से पहले एक बयान में कहा कि कुवैत के शीर्ष नेतृत्व से उनकी बातचीत भारत और कुवैत के बीच भविष्य की साझेदारी का खाका बनाने का अवसर देगी. उन्होंने कहा “हम कुवैत के साथ ऐतिहासिक संबंधों को बहुत महत्व देते हैं, जो पीढ़ियों से कायम हैं. हम न केवल व्यापार और ऊर्जा के क्षेत्रों में मजबूत साझेदार हैं, बल्कि पश्चिम एशिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता में भी हमारा साझा हित है,”

GST Council Meeting: GST काउंसिल की आज 55वीं बैठक, जानें क्या होगा सस्ता क्या महंगा?

PM मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर गए हैं. उन्होंने कहा, “मैं कुवैत में भारतीय प्रवासियों से मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने दोनों देशों के बीच मित्रता के बंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है.”