रायपुर- हाल ही में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में पिछड़ा वर्ग को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व मिले, इसकी पूरी कोशिश रहेगी. कोशिश इस बात की भी होगी कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने में पिछड़ा समाज की बड़ी भूमिका हो. राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ताम्रध्वज साहू ने कांग्रेस भवन में पिछड़ा वर्ग कांग्रेस की पहली बैठक लेकर यह जानने की कोशिश की है कि मौजूदा राजनीति परिदृश्य में पिछड़ा समाज का समर्थन किस राजनीतिक दल को मिल रहा है.
साहू ने बैठक में समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस पदाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि पिछड़ा वर्ग को कांग्रेस से जोड़ने की रणनीति तैयार कर तेजी से क्रियान्वयन की दिशा में जुट जाएं. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जरूरत पिछड़ा वर्ग समाज को संगठित करने के साथ-साथ मजबूत किए जाने को लेकर है. पिछड़ा वर्ग से जुड़ी सभी जातियों को कांग्रेस से जोड़कर संगठन को मजबूत किया जाएगा. आलाकमान ने यह जिम्मेदारी सौंपी है.
ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए पिछड़ा वर्ग की बड़ी भूमिका होगी. समय आने पर बीजेपी को हम करारा जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिए जाने का दोष कांग्रेस पर लगाने वाली बीजेपी को जवाब मिल जाएगा. साहू ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिए जाने को लेकर विरोध नहीं किया है. बल्कि विरोध कानून के संशोधित कंडिकाओं को लेकर रहा है. इसे बीजेपी राजनीतिक रूप दे रही है.
भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल की दी गई सूची पर ताम्रध्वज का जवाब
पिछड़ा वर्ग कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद रायपुर लौटे ताम्रध्वज साहू को पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल द्वारा 51 सीटों के संभावित प्रत्याशियों की दी गई सूची पर साहू ने कहा कि टिकट बंटवारे का अधिकार प्रदेश कांग्रेस कमेटी और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पास है. कांग्रेस की कोशिश इस बात को लेकर होगी कि जितने वाले चेहरे को ही मैदान में उतारा जाए. लेकिन कोशिश सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व दिए जाने को लेकर भी होगी. पिछड़ा वर्ग से भी अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. ताकि सरकार बनाया जा सके. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि नंदकुमार बघेल ने आवेदन दिया है. लेकिन व्यस्तताओं की वजह से मैं उसका अध्ययन नहीं कर पाया हूं. उसे देखने के बाद यदि लगेगा तो प्रदेश नेतृत्व और जरूरत पड़ने पर आलाकमान को दूंगा.