रायपुर. छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर तमाम राजनैतिक दल सक्रिय नजर आने लगी है. आरक्षित सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद शेष सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा से पहले कांग्रेस बीजेपी की लिस्ट का इतंजार कर रही है.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने आरक्षित 5 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं, जबकि 6 सामान्य सीटों पर घोषणा नहीं हुई है. राय़पुर लोकसभा सीट में जातिगत समीकरण के आधार पर टिकट वितरण पर रायपुर सीट के कांग्रेस दावेदार प्रमोद दुबे ने कहा है कि यहां जातिवाद कभी मुद्दा नहीं रहा.इसलिए हमारी पार्टी 68 सीट जीत कर सत्ता में आई है.उन्होंने दावा किया कि रायपुर में कांग्रेस ने कभी जातिवाद के आधार पर टिकट नहीं बांटे.जातिगत आधार को बीजेपी की रीति-नीति करार देते हुए कहा कि इससे कांग्रेस का कोई सरोकार नहीं है.
दुबे ने कहा कि रायपुर से कांग्रेस में श्यामाचरण शुक्ल, भूपेश बघेल, धनेंद्र साहू को टिकट दी.जाति कभी यहां से आधार नहीं रहा. उन्होंने अपनी दावेदारी पर कहा कि 11 वीं पास करने वाले को 12 वीं में जाने की उम्मीद रहती है. गौरतलब है कि रायपुर का जातिगत समीकरण पिछड़े वर्ग के ह़क में है, जो बीजेपी के सांसद रमेश बैस की 7 बार जीत का प्रमुख आधार माना जाता है. छग में लोकसभा के चुनावी रण में कांग्रेस की 6 सामान्य सीटों पर नेताओं के नामों की घोषणा पर मुहर लगना अभी बाकी हैय कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि इस बार महिला कैंडीडेट को भी लोकसभा चुनाव में मौका मिल सकता है.