रायपुर – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोनाकाल में एक बार फिर राजधर्म निभाया है.सीएम ने नये निर्माण कार्यो की जगह जनता के प्रति अपनी प्राथमिकता को फिर से साबित करते हुये राजधर्म का पालन किया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि संकटकाल के इस दौर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सक्रियता और सधे हुए नीतिगत निर्णय के चलते छत्तीसगढ़ संक्रमण के दूसरे दौर से बार बाहर निकल रहा है.
प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि प्रदेश में बड़े निर्माण कार्यों पर राज्य सरकार ने तत्काल रोक लगाते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर फोकस किया है,जो राजधर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है. नये रायपुर में नया राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, विधानसभा भवन, मंत्रीआवास, अधिकारियों के आवास, सर्किट हाउस निर्माण पर भी रोक लगायी है इसके साथ ही नवा रायपुर में जारी सभी बड़े निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगायी गयी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर अलग-अलग विभागों से आदेश जारी किये गये हैं. पूर्ववर्ती रमन सरकार ने नयी राजधानी में भवनों सड़को गार्डन आदि के विकास के नाम पर 14000 करोड़ खर्च कर दिया था, मगर राज्य का अपना राजभवन, विधानसभा, मुख्यमंत्री, मंत्री आवास जैसे जरूरी भवनों की चिंता नही की.
प्रदेश काँग्रेस प्रवक्ता घश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, देश के वर्तमान हालातो से गैर जरूरी दिल्ली के 20 हज़ार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर खर्च की कोई आवश्यकता नही थी कि संकट के समय इसको प्राथमिकता दी जाय, बावजूद इसके भाजपाइयों ने अपनी खीझ निकालने नवा रायपुर के निर्माणाधीन सरकारी आवासो पर सवाल खड़े किये, संकटकाल को देखते हुये छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल सरकार ने तो निर्माण कार्यो पर रोक लगा दी,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी क्या 20 हज़ार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर रोक लगाएंगे, जनता जानना चाहती है और इसका जवाब भाजपाइयों को समूचे देश  में देना होगा.