रायपुर. बिलासपुर में 18 सितंबर की रात हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मुद्दा गरमाया हुआ है. पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री और मंत्री अमर अग्रवाल का पूतला फूंका है. राजधानी रायपुर में भी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बूढातालाब धरना स्थल पर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया है. इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झूमाझटकी भी हुई. फिर भी कार्यकर्ताओं ने पुलिस को चकमा देते हुए पुतला जलाया है.

कांग्रेसियों ने कहा कि अंग्रेजी शासन की तरह सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बर्ताव कर रही है. सरकार को सत्ता जाने का डर सता रहा है., इसलिए ऐसी घटना जबरन कारवाई जा रही है. मुख्यमंत्री रम समेत पूरी सरकार भूपेश बघेल के आक्रामकता से डरी हुई है. उन्होंने कहा कि बिलासपुर की में लाठी चार्ज की इस घटना को बर्दास्त नहीं किया जाएगा. शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती पीटा गया है.

बता दें कि बिलासपुर शहर में कुछ दिनों पहले अमर अग्रवाल एक कार्यक्रम में कांग्रेस को कचरा कह दिया था. जिससे नाराज होकर कांग्रेस नेता बीती दिनों दोपहर अमर अग्रवाल के खिलाफ एक जुलूस निकाला. कार्यकर्ताओं ने विरोध जताने के लिए अमर अग्रवाल के घर पर कचरा फेंक दिए. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने की कोशिश की. मगर कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि वो पार्टी ऑफिस जाकर गिरफ्तारी देंगे. पुलिस ने उन्हें कांग्रेस भवन जाने दिया.

पुलिस ने फिर कांग्रेस दफ्तर में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जमकर लात और डंडे बरसाई थी. इस घटना में  कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव समेत कई कार्यकर्ता गंभीर रुप से घायल हो गए थे. पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करते हुए दौड़ा-दौड़ाकर जमकर पीटा था. जिसके बाद कार्यकर्ताओं को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां अभी भी उनका इलाज चल रहा है.