दिल्ली. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में लोकलुभावने वादे करने के बाद अब तेलंगाना में भी किया हैं. कांग्रेस ने तेलगांना में अल्पसंख्यों को लुभा कर विधानसभा चुनाव जीतना चाहती है. पार्टी ने मस्जिदों और चर्च को मुफ्त बिजली, इमाम और पादरियों को हर महीने तनख्वाह दने सहित कई लुभावने वादे किए गए हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों को खासकर मुस्लिमों को लुभाने के लिए कई लोकलुभावन योजनाएं शुरू करने की बात कह रही है. राज्य में मुस्लिमों की आबादी करीब 12.5 प्रतिशत है और कुल 119 विधानसभा सीटों में से कम 42 पर वह हार जीत तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

अल्पसंख्यकों के लिए अलग से तीन वित्तीय निगम की घोषणा

इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने सत्ता में आने पर उर्दू को राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा बनाने और सरकारी आदेश इस भाषा में भी जारी किए जाने का वादा किया है.घोषणापत्र में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस सरकार राज्य में मुस्लिमों, ईसाइयों और दूसरे भाषा वाले अल्पसंख्यकों के लिए अलग से तीन वित्तीय निगम स्थापित करेगी.

मस्जिदों के इमाम को दिया वेतन का वादा  

कांग्रेस ने मुस्लिम फाइनेंस कॉर्पोरेशन के तहत मुस्लिम युवाओं को सरकारी ठेके हासिल करने में मदद उपलब्ध कराने की बात भी घोषणापत्र में की है. इसके तहत घर बनाने के लिए उन्हें पांच लाख रुपए की वित्तीय सहायत और गरीब छात्रों को विदेश जाकर पढ़ाई के लिए 20 लाख रुपए का लोन और विशेष रेसिडेंशियल स्कूलों और सरकारी अस्पतालों के अलावा वक्फ बोर्ड को न्यायिक शक्ति दी जाएगी. इसके अलावा राज्य में मस्जिदों के सभी इमाम को हर महीने छह हजार रुपए का वेतन देने का वादा भी किया गया है.

मुस्लिमों के अलावा कांग्रेस ने ईसाइयों से भी कई वादे किए हैं, जिसमें दलित ईसाइयों को अनुसूचित जाति का दर्जा, दो बेडरूम का घर उनके बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा और चर्च के पादरियों को पांच लाख रुपए का हेल्थ और एक्सिडेंटल बीमा देना शामिल है.