रायपुर. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव कांग्रेस के मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ कृषि बिल को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की. और नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमले बोले. टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस बिल से किसानों को करीब 80 हजार करोड़ से एक लाख करोड़ की चपत लगेगी. वहीँ कांग्रेस मीडिया के अध्यक्ष सुरजेवाला ने कहा कि 2012 -13 में ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स की बैठक में एमएसपी का गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेन्द्र मोदी ने एमएसपी का समर्थन किया था अब पीएम मोदी उस सीएम मोदी का विरोध कर रहे हैं.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि ठेके प्रथा में किसान फसेंगे उन्हें नुकसान के साथ कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ेंगे. टीएस ने गुजरात में कैप्सीको कंपनी द्वारा किसानो पर किये केस का हवाला दिया. टीएस ने कहा की कम्पनियां अंग्रेजी कांट्रेक्ट फार्मिंग की शर्ते तय करेंगी जिसे किसान नहीं पढ़ पायेगा और वो फंस जायेगा.
टीएस सिंह देव ने कहा कि स्टॉक लिमिट 200 प्रतिशत में बेचने की छुट मिलने से उपभोक्ता और किसान दोनों को नुकसान होगा उन्होंने कहा कि जब उत्पादन ज्यादा होगा तब स्टॉक करने वाले नहीं खरीदेंगे, जिससे उसे अपना उत्पाद सड़कों पर फेंकना पड़ेगा.
उन्होंने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में टमाटर उत्पादक किसानो का उदहारण दिया जिन्हें पिछले दो सालो में अपनी फसल वाजिब दाम न मिलने से सड़क पर फेकनी पड़ी. टीएस ने कहा अब ऐसी स्थितियां लगातार उत्पन्न होंगी.
टीएस सिंहदेव ने कहा की बिहार में 2006 से एमएसपी खत्म कर दी गयी है, जिससे वहां के किसान अपने धान को छत्तीसगढ़ में खपाने की हर साल कोशिश करते हैं. सिंहदेव ने कहा इस बिल के जरिये मोदी सरकार ने फिर से संघी ढांचे पर हमला किया है. उन्होंने कहा की सातवें शेड्यूल में कृषि के मसले का सम्बन्ध राज्य सरकार से है लेकिन केंद्र ने इसका अतिक्रमण किया है.