रायपुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस आरक्षक भर्ती पर उठे रहे सवालों का गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ भर्ती प्रमुख एडीजी एसआरपी कल्लूरी ने जवाब दिया है. प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी बताते हुए अभ्यर्थियों की शिकायतों की सुनवाई के लिए तारीख भी तय की गई है.
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जानकारी के अनुसार, एडीजी एसआरपी कल्लूरी जहां 19–20 दिसंबर को PHQ में अभ्यर्थियों की शिकायत सुनेंगे, वहीं गृह मंत्री विजय शर्मा 20 दिसंबर को सुनवाई करेंगे. समय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक का तय किया गया है.
आरक्षक भर्ती में पूरी पारदर्शिता के लिए QR कोड जारी किया गया है, जिसके जरिए सभी अभ्यर्थियों के नंबर देखे जा सकते हैं. वहीं सुनवाई के लिए रायपुर नहीं आ आने वाले अभ्यर्थी जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से ऑनलाइन जुड़ सकेंगे. बता दें कि आरक्षक के प्रदेश में 6000 पदों के लिए 7 लाख आवेदन आए हैं. पूरी प्रक्रिया संपन्न करने के बाद मेरिट लिस्ट जारी किया गया है. सभी जिलों के लिए अलग-अलग मेरिट लिस्ट जारी किया गया है, जिसे QR कोड के जरिए देखा जा सकता है.
उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने मंगलवार को विधानसभा भवन में पत्रकारों से रूबरू होकर छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया के संबंध में चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस आरक्षक भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और विश्वसनीय तरीके से सम्पादित की गई है। भर्ती प्रक्रिया में प्राप्तांक जानकारी को लेकर लोगों ने मांग की थी, जिसे पूरा करते हुए सभी अभ्यर्थियों के प्राप्तांक सार्वजनिक कर दिए गए हैं। कोई भी अभ्यर्थी किसी भी जिले के अभ्यर्थी के प्राप्तांकों का वेबसाइट पर जाकर अवलोकन कर सकता है। विभाग द्वारा इसके लिए क्यूआर कोड भी जारी किए गए हैं, जो सीधे रिजल्ट पोर्टल तक गाइड करते हैं।
एक अभ्यर्थी के कई स्थानों पर चयन पर उठ रहे सवालों का समाधान
उन्होंने एक अभ्यर्थी के कई स्थानों पर चयन को लेकर उठ रहे सवालों का समाधान करते हुए बताया कि विभाग द्वारा पूर्ण रूप से खुली प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करते हुए किसी भी जिले से अभ्यर्थियों को शारीरिक परीक्षा देने की अनुमति दी थी। कई अभ्यर्थियों द्वारा 1 से अधिक स्थानों पर शारीरिक परीक्षा देकर उत्तीर्ण की गई थी, जिस पर एक ही परीक्षा ली गई। ऐसे में लिखित परीक्षा के अंकों को सभी जिले जहां अभ्यर्थी द्वारा शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण की गई थी वहां उन्हें अंक जोड़कर सुविधा दी गई, परंतु यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अभ्यर्थी का चयन केवल एक स्थान पर ही होगा और अन्य स्थानों पर प्रतीक्षा सूची से युवाओं का चयन प्रावीण्यता सूची के अनुसार चयन कर लिया जाएगा।
शिकायत निवारण के लिए खुला मंच, एडीजी सुनेंगे शिकायतें
शिकायतकर्ताओं को सीधे अपनी बात रखने के लिए खुला मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए विभाग के प्रशासन एवं एडीजी एसआरपी एसपी कल्लूरी ने बताया कि यदि किसी अभ्यर्थी को भर्ती प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी की शिकायत है तो वे सबूतों के साथ उनसे सीधे पुलिस मुख्यालय रायपुर में 19 एवं 20 दिसंबर 2025 को मुलाकात कर सकते हैं। पुलिस आरक्षक भर्ती से जुड़ी शिकायतों की सुनवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों को भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर संदेह है, वे लिखित शिकायत और प्रमाण के साथ पुलिस मुख्यालय आ सकते हैं। ज्ञात हो कि इससे पहले भी युवाओं की शिकायतों के निवारण के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों द्वारा 12 से 14 दिसम्बर तक अपने कार्यालयों में शिकायतों के निदान के लिए रोजाना शिकायतें प्राप्त की थी।
21 दिसंबर को गृह मंत्री करेंगे मुलाकात
भर्ती को लेकर युवाओं की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी अपना मंच सभी के लिए खोलते हुए कहा कि ऐसे सभी युवा जिन्हें भर्ती प्रक्रिया के संबंध में समस्या है वे उनके रायपुर स्थित निवास कार्यालय में 21 दिसंबर को सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उनसे मुलाकात कर सकते हैं। ऐसे अभ्यर्थी जो आने में असक्षम हैं और उपमुख्यमंत्री से अपनी समस्या रखना चाहते हैं वे अपने संबंधित पुलिस अधीक्षक कार्यालय से भी उनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने युवाओं को आश्वस्त किया कि भर्ती प्रक्रिया में कोई भी गड़बड़ी से संबंधित आधार प्राप्त होंगे तो मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि शासन अपने युवाओं के भविष्य को लेकर पूर्ण रूप से गंभीर है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
5,967 पदों के लिए हुई थी परीक्षा
एडीजी कल्लूरी ने बताया कि पुलिस आरक्षक भर्ती में कुल 5,967 पदों के लिए लगभग 7 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 9 दिसंबर को घोषित किया गया था। आवेदनों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ अभ्यर्थियों को शंका होना स्वाभाविक है, इसी वजह से विभाग ने शिकायत निवारण की विशेष व्यवस्था की है। भर्ती प्रक्रिया नियमों के तहत और पारदर्शी तरीके से पूरी की गई है। इसके बाद भी किसी अभ्यर्थी को कोई आपत्ति या शिकायत है तो उसे सुना जाएगा और तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
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