संतोष गुप्ता, जशपुर- कांग्रेस की सरकार बनते ही एक बार फिर पत्थरगड़ी समर्थक सक्रिय हो गए हैं. जिले के बगीचा विकासखंड के बछरांव गांव में समर्थकों ने पत्थरगड़ी को सुरक्षित करने के लिए उसके चारो ओर चबूतरे का निर्माण करा दिया है. पिछले साल अप्रैल माह में पत्थलगड़ी विवाद पनपा था, जो कई महीनों तक मीडिया में छाया रहा. भाजपा के लोग जहां पत्थलगड़ी को संविधान के विरूद्ध मानते हैं, वहीं पिछले साल कांग्रेस पत्थलगड़ी को समर्थन देते दिखे थे.
बता दें कि बगीचा विकासखंड के कलिया, बुटंगा एवं बछरांव में पत्थलगड़ी को लेकर पिछले साल कांग्रेस और भाजपा में राजनीति काफी गरमाई हुई थी. पत्थलगड़ी को लेकर उक्त गांव में पिछले साल रायगढ़ लोकसभा सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सद्भावना यात्रा भी निकाली गई थी, जिसमें भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए थे.
पिछले साल अप्रैल 2018 में नारायणपुर एवं बगीचा थाने में 8 पत्थलगड़ी समर्थकों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था, जिसके बाद सभी आरोपियों को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी. पत्थलगड़ी समर्थक पूर्व आईएएस अधिकारी हेरमोन किण्डो को भी जेल की हवा खानी पड़ी थी. जब हेरमोन किण्डो जशपुर जेल में बंद थे, उस दौरान उनकी आईएएस बहन रायपुर से उनसे जशपुर जेल में मिलने आई थी. तात्कालिक जेलर ने नियम विरूद्ध हेरमोन किण्डो को उसकी आईएएस बहन से जेल में मुलाकात करवाया था जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया.
वर्तमान में सभी आठ पत्थलगड़ी समर्थक जमानत पर जेल से बाहर हैं. अभी कांग्रेस की सरकार में बैठे एक माह भी नहीं बीता है और पत्थलगड़ी समर्थक पूरी ऊर्जा के साथ पत्थलगड़ी विचारधारा को लेकर सक्रिय हो गए हैं. बछरांव में पत्थलगड़ी के चारों ओर चबूतरा का निर्माण करा दिया गया है. पिछले साल जब राज्य में भाजपा की सरकार थी और जिले की तीनों विधानसभा में भाजपा के विधायक थे तब भाजपा के लोग पत्थलगड़ी का काफी विरोध करते हुए नजर आए थे. यही नहीं बुटंगा गांव में पत्थलगड़ी विरोधी लोग पत्थलगड़ी को तोड़ भी दिए थे. इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रदेश समेत जशपुर में भी भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया है. जिले के तीनों विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है.
इन आठ पत्थलगड़ी समर्थकों को खानी पड़ी जेल की हवा
पिछले साल आठ पत्थलगड़ी समर्थकों को जेल की हवा खानी पड़ी थी. आठ आरोपियों में से एक पूर्व आईएएस अधिकारी हेरमोन किण्डो भी थे. हेरमोन किण्डो के खिलाफ जिले के थाना नारायणपुर में अपराध पंजीबद्ध किया गया था. इसी प्रकार जोसेफ तिग्गा, फुलजेंस एक्का, मिलियन मिंज, सुधीर एक्का, जगदेव मिंज, दाउद कुजूर एवं पीटर खेस के खिलाफ थाने में अपराध पंजीबद्ध हुआ था.