प्रदेश में भूजल स्तर लगातार गिर रहा है, जिससे यह परियोजना अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। इसी कारण पंजाब सरकार ने इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए थे। जल संसाधन विभाग के अनुसार, इन सभी नहरों का निर्माण 31 मार्च 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद सरहिंद नहर से इन नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।

गांवों में जल आपूर्ति की तैयारी


इस योजना के तहत, हर गांव में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा रहा है ताकि वहां नहरी पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। वर्तमान में अतिरिक्त पानी हरियाणा जा रहा है, लेकिन इन नहरों के शुरू होने के बाद यह पानी पंजाब के किसानों को मिलेगा।

नहरों के पुनरुद्धार का कार्य जारी

देवीगढ़ डिवीजन में अतिरिक्त पानी की उपलब्धता से आसपास के गांवों में तालाबों और झीलों को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। सरहिंद नहर रूपनगर से शुरू होती है और दक्षिण-पश्चिम की ओर लुधियाना जिले के दोराहा तक जाती है। दोराहा में नहर तीन शाखाओं में विभाजित होती है – अबोहर, बठिंडा और पटियाला।


पुरानी नहरों का नवीनीकरण

सरकार ने नई नहरों के निर्माण के साथ-साथ पुरानी नहरों के नवीनीकरण का कार्य भी शुरू कर दिया है। इन नहरों की स्थिति काफी खराब हो गई थी, और इनमें से कई हिस्सों पर लोगों ने कब्जा कर रखा था। विभाग के लिए इन अतिक्रमणों को हटाना एक बड़ी चुनौती था, जिसे अब हल किया जा रहा है।