Lalluram Desk. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को लेकर उपभोक्ताओं का रुझान पहले के मुकाबले कम होता दिख रहा है. डेलॉइट की हालिया 2025 ग्लोबल ऑटोमोटिव कंज़्यूमर स्टडी के मुताबिक, कीमतें, सीमित रेंज और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी जैसे कारण लोगों को EV खरीदने से रोक रहे हैं.

ईवी के प्रति घटती दिलचस्पी

वर्ष 2024 की तुलना में 2025 में EVs खरीदने में उपभोक्ताओं की रुचि घटी है. केवल 8% उपभोक्ताओं ने बैटरी से चलने वाली कार को अगली पसंद बताया, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 10% था. वहीं, पेट्रोल-डीजल वाली ICE कारों की मांग बढ़ी है, जिसे 54% उपभोक्ता ने अपनी अगली पसंद बताया (2024 में 49%). कुल मिलाकर, हाइब्रिड, प्लग-इन हाइब्रिड और EVs को पसंद करने वाले ग्राहकों का प्रतिशत 46% से घटकर 41% हो गया है.

क्यों नहीं खरीद रहे लोग EV?

डेलॉइट के साउथ एशिया ऑटोमोटिव सेक्टर लीडर रजत महाजन का कहना है कि उपभोक्ता अब ईवी से जुड़े व्यवहारिक मुद्दों का सामना कर रहे हैं –

  • चार्जिंग में लगने वाला समय
  • सार्वजनिक और घरेलू चार्जिंग पॉइंट्स की कमी
  • बैटरी रिप्लेसमेंट की ऊंची कीमत
  • EVs की कीमतों में ICE के मुकाबले प्रीमियम चार्ज

आंकड़े बताते हैं धीमी रफ्तार

वित्त वर्ष 2024-25 में देश में 1.07 लाख इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहन बिके, जो पिछले साल 91,607 थे. बावजूद इसके, EV का कुल बाजार में हिस्सा सिर्फ 2.6% रहा (2023-24 में 2.3%).

कंपनियों की उम्मीदें बरकरार

मारुति, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, JSW MG मोटर जैसी कंपनियां लगातार नए ईवी लॉन्च कर रही हैं. लेकिन मारुति सुजुकी के मार्केटिंग हेड पार्थो बनर्जी मानते हैं कि आज की EVs को ग्राहक सेकेंडरी कार के तौर पर देख रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक चार्जिंग, रेंज और बिक्री के बाद की सेवाओं की समस्याओं का समाधान नहीं होता, ग्राहक EV को प्राथमिक कार नहीं बनाएंगे.

दुनिया में भी धीमी पड़ी रफ्तार

अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों में भी EV की बिक्री की रफ्तार धीमी हो रही है. अमेरिका में सब्सिडी घटने और EU में CO₂ नियमों में बदलाव की वजह से ऑटो कंपनियां फिर से ICE वाहनों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं. EVs को लेकर भारत में लोगों की उत्सुकता घटती जा रही है, क्योंकि अभी भी ग्राउंड लेवल पर समस्याएं बनी हुई हैं. उद्योग जगत का कहना है कि EV को लेकर पहले अनरियलिस्टिक उम्मीदें बनाई गई थीं, जिससे अब निराशा देखने को मिल रही है.