रायपुर। छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे कोरोना के टेस्ट बढ़ रहे हैं वैसे-वैसे ही संक्रमितों के आंकड़ों में भी तेजी से उछाल आ रहा है। प्रदेश में चार दिन पहले तक प्रतिदिन तीन हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे थे। लेकिन पिछले चार दिन से इन आंकड़ों में फिर से कमी आई है। अब ये आंकड़े घटकर दो हजार के आस-पास हो गए हैं।

संक्रमण तेजी से फैलने का बढ़ा खतरा

प्रदेश में कोरोना की जांच का आंकड़ा पिछले कुछ दिनों से तीन गुना नीचे गिर गया है। यानी कि तीन दिन पहले 18 सितंबर तक जहां प्रदेश में 32 हजार से ज्यादा टेस्ट किये जा रहे थे अब वे टेस्ट घटकर 21 सितंबर तक 12 हजार हो गए हैं। जिसकी वजह से संक्रमितों की पहचान भी प्रभावित हो गई है। जांच घटने से प्रदेश में संक्रमण का खतरा पहले से कई गुना ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि टेस्ट ना होने की वजह से जिन संक्रमितों की पहचान नहीं हो पाई है, उनसे अन्य लोगों में संक्रमण फैल सकता है।

10 दिन में ढाई गुना बढ़ी थी टेस्ट की क्षमता

प्रदेश में 7 सितंबर को 12 हजार टेस्ट हुए थे, जबकि 18 सितंबर को प्रदेश भर में 32186 टेस्ट हुए थे। इन टेस्ट में अगर बात करें आंकड़े की तो 7 सितंबर को 12 हजार टेस्ट कर 2017 पॉजिटिव की पहचान की गई, वहीं 18 सितंबर को 32186 टेस्ट में 3842 संक्रमित पाए गए। इसी बीच 19 तारीख से प्रदेश के 13 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी भी हड़ताल में चले गए हैं। माना जा रहा है कि टेस्ट में कमी की एक वजह यह भी हो सकती है।

जानकारों की मानें तो जितना ज्यादा से ज्यादा टेस्ट की संख्या बढ़ेगी उतने ही तेजी से कोरोना के मामलों पर काबू पाया जा सकेगा। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा अब 1 लाख के करीब पहुंच गया है। कल सोमवार तक प्रदेश में कुल 88181 संक्रमितों की पहचान की जा चुकी है। जिनमें अब तक कुल 49564 मरीज स्वस्थ्य होने के उपरांत डिस्चार्ज + रिकवर्ड हुए तथा 37927 मरीज सक्रिय हैं।

मौत का आंकड़े में भी हो सकता है इजाफा

कोरोना की जांच घटने से संक्रमितों की पहचान प्रभावित हुई है। जिससे वे लोग जो कोरोना की चपेट में आ गए हैं और टेस्ट नहीं होने से उन्हें समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाएगा। जिससे उनमें संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है और उनकी मौत भी हो सकती है। जिसकी वजह से मौत के आंकड़ों में भी उछाल आ सकता है।

यह है पिछले 15 दिनों के टेस्ट के आंकड़े