लक्ष्मीकांत बंसोड, बालोद। खेल और खेल प्रतिभा को आगे बढ़ाने केंद्र और राज्य सरकार करोड़ों-अरबों खर्च कर खिलाड़ियों को खेल मैदान के साथ सुविधा मुहैया करवा रहे हैं. लेकिन बालोद जिला में लाखों खर्च कर खिलाड़ियों की प्रैक्टिस के लिए बनाए गए मिनी स्टेडियम पर सड़क निर्माण में लगे कॉन्टैक्टर पर कब्जा कर लिया है. वहीं ग्रामीण कब्जेधारी का रसूख देखते हुए शिकायत करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं.

यह हाल है बालोद जिला के आदिवासी विकास खंड डौंडी के वनांचल क्षेत्र ग्राम पंचायत पटेली का, जो छत्तीसगढ़ सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा समाज कल्याण मंत्री अनिला भेड़िया की विधानसभा क्षेत्र डौंडीलोहारा में आता है.

खनिज न्यास निधि से सन् 2017-18 में मिनी स्टेडियम पर 20 लाख रुपए खर्च कर 3 रुम के भवन और बाउंड्री वॉल के निर्माण के साथ स्टेडियम का समतलीकरण किया गया था, जिससे ग्राम पंचायत पटेली सहित आसपास गांव के बच्चों व खिलाड़ियों को बेहतर खेल मैदान उपलब्ध करा उनकी प्रतिभा को निखारा जा सके. लेकिन विडंबना है कि पिछले डेढ़ सालों से खिलाड़ियों की प्रैक्टिस करने की जगह डौंडी से झलमला सड़क निर्माण कर रहे ठेकेदार कन्हैया अग्रवाल मिक्सर प्लांट लगा कब्जा कर बैठा है, जिसके चलते गांव के बच्चें व खिलाड़ी स्टेडियम की सुविधा से वंचित हैं.

यही नहीं ठेकेदार द्वारा मिनी स्टेडियम के बाउंड्री वॉल को तोड़कर तीन रुम के भवन को स्टोर रूम बना लिया है. वहीं पूरा स्टेडियम दलदल मिट्टी और मटेरियल से भरा पटा पड़ा है. मिक्सर प्लांट से सीमेंट और बारीक पत्थर के मिश्रण के बाद निकलने वाली वेस्ट पानी और मटेरियल से जमीन ठोस हो गया है, जो भविष्य में प्रैक्टिस के दौरान बच्चों को चोट लगने पर जानलेवा साबित हो सकता है.

मौखिक समझौता, लिखित में कुछ नहीं

बालोद पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यपालन अभियंता मधेश्वर प्रसाद का कहना है कि ठेकेदार ने पूर्व पंचायत से अनापत्ति लेने बाद ही प्लांट को लगाया है. पंचायत और ठेकेदार के बीच क्या एग्रीमेंट हुआ है, वे लोग बतला पाएंगे. वहीं सरपंच पति परमेश्वर रावटे का कहना है कि गांव वालों ने स्कूल के पास के मैदान में मिट्टी डालकर बराबर करने के लिए ठेकेदार को मिनी स्टेडियम दिया है, लेकिन ठेकेदार ने मैदान में अभी तक पूरी मिट्टी नहीं डाली है. काम पूरा होने के बाद मिनी स्टेडियम के तोड़े गए बाउंड्री वॉल को ठीक कर स्टेडियम से वेस्ट मटेरियल निकालने के लिए मौखिक सहमति है, लेकिन लिखित में नहीं है.

मंत्री ने कही ग्राम पंचायत से चर्चा की बात

क्षेत्रीय विधायक व महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया का कहना है कि मिनी स्टेडियम को ठेकेदार को देना उचित तो नहीं है, लेकिन ग्राम पंचायत ने सहमति दी होगी, तभी वहां पर मिक्सर प्लांट लगाया है, और मैं ग्राम पंचायत से चर्चा कर लूंगी. ऐसी क्या परेशानी थी, वैसे उनको देना नहीं चाहिए था.