भुवनेश्वर: जाजपुर प्रशासन ने मंगलवार को बल्ले बल्ले ढाबा को सील कर दिया, जो पिछले कुछ दिनों से विवादों में था। धर्मशाला बीडीओ देबेंद्र प्रसाद बल के निर्देश पर जूनियर इंजीनियर रत्नाकर साहू ने चार अन्य कर्मचारियों के साथ परिसर का दौरा किया और भोजनालय के तीनों प्रवेश द्वारों को सील कर दिया।

सूत्रों ने बताया कि 28 जून को इसे तीन दिन में खाली करने का नोटिस जारी किया गया था। धर्मशाला के नवनिर्वाचित विधायक हिमांशु शेखर साहू ने हाल ही में ब्लॉक विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान ढाबे के कामकाज में अनियमितताएं पाई थीं, जिसके बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया। हालांकि कथित तौर पर रेस्तरां को एक अभिनेत्री से बीजद नेता बनी महिला चलाती थी, लेकिन आरोप है कि धर्मशाला से पूर्व बीजद विधायक प्रणब बालाबंतराय पर्दे के पीछे से इस शो का प्रबंधन कर रहे थे।

यह भी आरोप है कि ढाबा धर्मशाला भवन के परिसर में अवैध रूप से बनाया गया था, जिसे स्थानीय लोगों के सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए बनाया गया था। कथित तौर पर इस ढाबे में एमपीएलएडी और एमएलएलएडी फंड भी लगाए गए थे।

शादी समारोह के आयोजन का किराया 4,000 रुपये से बढ़कर 65,000 रुपये हो गया है, जो आम लोगों की पहुंच से बाहर है। भवन भी विवादों में घिरा हुआ है, क्योंकि यह गोचर भूमि पर बना है। प्रखंड प्रशासन ने ढाबे के मालिक के बारे में भी कुछ नहीं बताया है, जबकि भवानीपुर गांव के अखाया नायक ने पंचायत समिति से इसे लीज पर लिया है।

दूसरी ओर स्थानीय लोगों का आरोप है कि दिन में ढाबा चलाने वाले भवन को रात में बीजद नेताओं और मंत्रियों के मनोरंजन का स्थान बना दिया गया है। बताया जाता है कि ढाबे के ऊपर बने कमरों में कई बाहरी लड़कियां रहती हैं। हालांकि इस मामले में न तो बालाबंतराय और न ही बीजद की महिला नेता ने कोई बयान दिया है, लेकिन सच्चाई सामने लाने के लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है।