शब्बीर अहमद, भोपाल। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल दौरे के ठीक एक दिन पहले देर रात प्रदेश बीजेपी कार्यसमिति का ऐलान कर दिया गया। जारी करते ही सूची विवादों में आ गई। सूची पर जमकर विवाद हुआ, कांग्रेस ने भी बीजेपी की सूची पर सवाल उठाए। जिसके बाद देर रात नई सूची जारी की गई।
दरअसल बीजपी द्वारा जो सूची जारी की गई उसमें कार्यसमिति में शामिल किये गए सदस्यों की जाति का उल्लेख किया गया है। पहली बार नेताओं की जाति बताई गई है कि वे किस वर्ग से आते हैं।
नेताओं की जातियां गलत
इसके साथ ही कुछ नेताओं की जाति को लेकर भी विवाद हुआ, सूची में कई बड़े नेताओं की जातियां तक गलत अंकित की गई थी। सूची में कैलाश विजयवर्गीय को ब्राह्मण बताया गया है वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजपूत। जबकि विजयवर्गीय वैश्य हैं तो सिंधिया कुर्मी मराठा वर्ग से हैं।
सिंधिया समर्थकों को तरजीह
जो सूची जारी की गई है उसमें कार्यसमिति में 162 कार्यसमिति सदस्य बनाए गए हैं, विशेष आमंत्रित सदस्य 218 और स्थाई आमंत्रित सदस्यों में 23 को नियुक्त किया गया है। जारी की गई सूची में सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए नेताओं को बीजेपी की कार्यसमिति और आमंत्रित सदस्यों में अच्छी खासी जगह मिली।
उमा भारती दरकिनार
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को पार्टी ने दरकिनार कर दिया, उन्हें किसी भी सूची में जगह नहीं दी गई है जबकि आमंत्रित सदस्यों में धर्मेन्द्र प्रधान, प्रभात झा समेत कई नेताओं को शामिल किया गया है।
आपको बता दें वीडी शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष बने 15 महीने बीत चुके हैं। लंबे समय से प्रदेश कार्यसमिति की सूची अटकी हुई थी। जिसे सिंधिया के दौरे के एक दिन पहले जारी किया गया।
पढ़िये कांग्रेस के ट्वीट
जाति में बांटने की कोशिश
बीजेपी की सूची पर कांग्रेस ने एक के बाद एक ट्वीट कर सवाल उठाए। कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा कि मध्यप्रदेश भाजपा की देर रात अंधेरे में घोषित कार्यकारिणी में नामों के आगे पहली बार जाति-वर्ग का उल्लेख ? लोगों को जाति-वर्ग के आधार पर बाटने की कोशिश..? 162 कार्यसमिति सदस्य , 218 विशेष आमंत्रित सदस्य ,23 स्थायी आमंत्रित सदस्यों की भारी भरकम सूची में भी उमा भारती का नाम नदारद ?
मध्यप्रदेश भाजपा की देर रात अंधेरे में घोषित कार्यकारिणी में नामों के आगे पहली बार जाति-वर्ग का उल्लेख ?
लोगों को जाति-वर्ग के आधार पर बाटने की कोशिश..?
162 कार्यसमिति सदस्य , 218 विशेष आमंत्रित सदस्य ,23 स्थायी आमंत्रित सदस्यों की भारी भरकम सूची में भी उमा भारती का नाम नदारद ?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
शिवराज विरोधी शामिल- कांग्रेस
इसके साथ ही कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि सूची में शिवराज समर्थकों की जगह विरोधियों को शामिल किया गया है। सलूजा ने ट्वीट कर कहा, “भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी – अब एक घाट में पानी पियेंगे ज्योतिरदित्य सिंधिया और जयभान पवैया…? कैलाश विजयवर्गीय का नाम 4 थे न.पर और सिंधिया का नाम 7 वे न.पर…? सागर से शिवराज समर्थक भूपेन्द्र सिंह का नाम ग़ायब , गोपाल भार्गव का नाम शामिल…? शिवराज के सारे विरोधी शामिल…?
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी –
-अब एक घाट में पानी पियेंगे ज्योतिरदित्य सिंधिया और जयभान पवैया…?
-कैलाश विजयवर्गीय का नाम 4 थे न.पर और सिंधिया का नाम 7 वे न.पर…?
-सागर से शिवराज समर्थक भूपेन्द्र सिंह का नाम ग़ायब , गोपाल भार्गव का नाम शामिल…?
-शिवराज के सारे विरोधी शामिल…?— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
एक और ट्वीट में सलूजा ने बीजेपी की सूची में नेताओं की जातियों को गलत उल्लेख करने पर तंज कसा है, उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन को अपने नेताओं की जातियां ही नहीं पता।
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी –
शिवराज जी की जाति – धाकड
कैलाश विजयवर्गीय – ब्राह्मण
ज्योतिरदित्य सिंधिया – राजपूतभाजपा संगठन को अपने नेताओ की जाति ही नहीं पता ?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी-
-सुमित्रा महाजन की जाति- ब्राह्मण
-मधु वर्मा – पूर्व महापौर
-विपिन खूजनेरी – वैश्य
– मोघे जी – ब्राह्मण
-अंजु माखीजा – सिखभाजपा संगठन को अपने नेताओ की जाति तक पता नहीं और थोक में पद बाँट दिये….?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
भाजपा के लिये आज का दिन शुभ नहीं…?
कल शिवराज जी के ओएसडी घोषित , आज नाम वापस..?
भाजपा की देर रात अंधेरे में सूची घोषित और देर रात सूची वापस…?
उमा भारती का नाम नहीं , नेताओ के जाति- वर्ग लिखे , वो भी ग़लत…?
क्या मज़ाक़ बना दिया है विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का…?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
विवादित सूची को वापस लेकर नई सूची जारी करने पर कांग्रेस प्रवक्ता ने फिर बीजेपी पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि जाति उल्लेख करने की गलती सुधार ली। बीजेपी को मध्य प्रदेश में सत्ता में लाने वाली उमा भारती का नाम शामिल कर इस त्रुटि को भी सुधार लेते।
आख़िरकार कांग्रेस की आपत्ति के बाद भाजपा ने अपनी गलती सुधारी , पदाधिकारियों के नाम के आगे से जाति-वर्ग का उल्लेख हटाया…?
बस प्रदेश में भाजपा को वापस सत्ता में लाने वाली पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम भी शामिल कर लेते और त्रुटि सुधार लेते…?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021
अच्छा हुआ भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियो की सूची के आगे से जाति का कालम हटा दिया , नहीं तो आज तो वो –
“ भारतीय जाति पार्टी “
बन गयी थी….?
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) June 8, 2021