प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी समेत विपक्षी दल के नेता लगातार उन पर हमलावर हैं. 23 जनवरी को प्रियंका के महासचिव बनाए जाने के बाद से मजह तीन दिन के अंदर कई भाजपा नेता उन्हें लेकर विवादित बयान दे चुके हैं.

नई दिल्ली.  प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी समेत विपक्षी दल के नेता लगातार उन पर हमलावर हैं. 23 जनवरी को प्रियंका के महासचिव बनाए जाने के बाद से मजह तीन दिन के अंदर कई भाजपा नेता उन्हें लेकर विवादित बयान दे चुके हैं. अपने विवादित बयानों से सुर्खियां बटोरने वाले भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 26 जनवरी को प्रियंका पर विवादित टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार चॉकलेटी चेहरों के बूते लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है.

विजयवर्गीय का ‘चॉकलेटी’ वार

विजयवर्गीय ने कहा, ‘कभी कोई कांग्रेस नेता मांग करता है कि करीना कपूर को भोपाल से लोकसभा चुनाव लड़वाया जाये, तो कभी इंदौर से चुनावी उम्मीदवारी को लेकर सलमान खान के नाम पर चर्चा की जाती है. इसी तरह, प्रियंका को कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में ले आया जाता है.’ उन्होंने कहा, ‘अगले लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारने के लिए कांग्रेस के पास मजबूत नेता नहीं हैं. इसलिए वह ऐसे चॉकलेटी चेहरों के माध्यम से चुनाव लड़ना चाहती है. अगर कांग्रेस में राहुल के नेतृत्व के प्रति आत्मविश्वास होता, तो प्रियंका को सक्रिय राजनीति में नहीं लाया जाता.’

बिहार के मंत्री की विवादित टिप्पणी

भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के मंत्री विनोद नारायण झा ने भी प्रियंका गांधी को लेकर विवादित बयान दिया. उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा में सुंदर होने के अलावा, मुझे कोई गुण नहीं दिखता. प्रकृति ने उन्हें सुदंर बनाया है. लेकिन कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि सुंदरता से वोट नहीं मिलते. वह एक नौसिखिया भी हैं और उनके पति पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं.’ उनके इस बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने झा के बयान की निंदा की और नीतीश कुमार से उन्हें हटाने की मांग की.

योगी के मंत्री का विवादित बयान

योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री भी बदजुबानी के दलदल में उतर गए. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री उपेंद्र तिवारी ने प्रियंका और राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उपेंद्र तिवारी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव आते-आते प्रियंका गांधी के लड़के भी राजनीति में आ जाएगें, क्योंकि राहुल गांधी के पास तो है नहीं.’

प्रियंका एक सुंदर महिला जरूर हैं लेकिन… : कटियार

प्रियंका गांधी को कांग्रेस महासचिव बनाए जाने के बाद बीजेपी सांसद विनय कटियार ने भी विवादित टिप्पणी की. कटियार ने कहा, ‘प्रियंका गांधी एक सुंदर महिला जरूर हैं, लेकिन उनसे ज्यादा सुंदर महिलाएं बीजेपी में हैं जिनको चुनाव प्रचार में लगाया जा सकता है. उन्होंने बीजेपी नेता और मंत्री स्मृति ईरानी को प्रियंका गांधी से ज्यादा सुंदर बताया है.

इन विवादित बयानों के अलावा बीजेपी के दूसरे नेता प्रियंका की एंट्री दूसरे अंदाज में टिप्पणी भी कर चुके हैं. कुछ उनके पति के बहाने निशाना बना रहे हैं तो कोई उनके तजुर्बे पर सवाल उठा रहा है.

शून्य में शून्य जोड़ने पर शून्य ही बचता है: योगी

प्रियंका पर विवादित बयान देने वाले नेताओं में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि प्रियंका के राजनीति में आने से लोकसभा चुनावों के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘शून्य में शून्य जोड़ने का परिणाम शून्य ही आता है. इससे चुनावी नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उनकी नियुक्ति के साथ कांग्रेस ने राजनीतिक वंशवाद की अपनी संस्कृति को ही बढ़ाया है.’

वाड्रा के बहाने प्रियंका पर निशाना: सुशील मोदी

बिहार के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी बीते गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा के बहाने पर प्रियंका पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रियंका के राजनीति में आने से भाजपा को लाभ होगा. सुशील मोदी ने कहा कि प्रियंका की नियुक्ति से उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार के घोटाले का मामला सुर्खियों में आ जाएगा, इससे भाजपा को लाभ होगा. सुशील ने कहा, ‘अगर भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन होता है, तो भाजपा के अलावा और किसे फायदा होगा. इसके अलावा, प्रियंका को उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के प्रतिनिधि के रूप में देखा जाएगा, जिनके नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं. उनके प्रवेश के साथ, रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले एक बार फिर केंद्र-बिंदु पर आएंगे.’

प्रियंका की नियुक्ति वंशवाद की राजनीति: निर्मला

प्रियंका गांधी को कांग्रेस का महासचिव बनाए जाने के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे वंशवाद की राजनीति कहकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह कदम वंशवाद की राजनीति को आगे बढ़ाता है. उन्होंने कहा, ‘यह नियुक्ति परिवार पर आधारित है जो दर्शाती है कि वंशवाद की राजनीति दो कदम आगे बढ़ गई है. पार्टी में कार्यकर्ताओं की बहुलता होने के बाद भी प्रियंका गांधी की नियुक्ति दर्शाती है कि कांग्रेस पार्टी ने एक परिवार को महत्व दिया है.’ बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन 47 वर्षीय प्रियंका गांधी वाड्रा को 23 जनवरी को उत्तर प्रदेश के लिए पार्टी का महसचिव नियुक्त किया गया था.