पुरी : सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक तस्वीर ने विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के अंदर ली गई तस्वीरें साझा की हैं। पुरी एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ फ़ोटोग्राफ़ी सख्त वर्जित है।
शुक्रवार सुबह पूजा-अर्चना करने 12वीं सदी के इस मंदिर में आए तमांग ने कुछ तस्वीरें अपलोड कीं, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वे माँ मंगला मंदिर के पास ‘भितर बेढा’ क्षेत्र की हैं। उनके कैप्शन में उन्होंने मंदिर की आध्यात्मिक ऊर्जा से “धन्य” होने का वर्णन किया था। हालाँकि, इस पोस्ट पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और इसे फ़ेसबुक से हटा दिया गया।
इस घटना ने प्रोटोकॉल के पालन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। तमांग के साथ पुरी कलेक्टर और एसपी सहित वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिससे कई लोगों ने सवाल उठाया कि मोबाइल फ़ोन की अनुमति कैसे दी गई और क्या मुख्यमंत्री की टीम को मंदिर के नियमों की पर्याप्त जानकारी दी गई थी।
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया जारी नहीं की है। इस बीच, मंदिर के नियमों की पवित्रता और आने वाले गणमान्य व्यक्तियों की जवाबदेही को लेकर सार्वजनिक बहस जारी है।
- दिल्ली-NCR में मौसम ने ली करवट, आंधी-बिजली और बारिश का ट्रिपल अटैक, जारी हुआ अलर्ट
- खाकी पहनकर खाकी को ही देने वाले थे गच्चा, लेकिन नहीं चल पाई होशियारी, कैदी को भगाने के प्लान पर फिरा पानी, पुलिस ने दो सिपाहियों पर की FIR
- प्रशासन की बड़ी कार्रवाई : नेशनल हाइवे किनारे बने अवैध कॉम्प्लेक्स पर चला बुलडोजर, 22 दुकानें हुई जमींदोज, 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी रहे तैनात
- देश में दो कानून चला रही भाजपा : बरेली बवाल कांग्रेस नेता का हमला, कहा- सांप्रदायिक तनाव व्याप्त करना चाहती है बीजेपी, हम मरहम लगाने जा रहे तो हमें भी रोक रहे
- छिंदवाड़ा कफ सिरप कांडः जबलपुर का कटारिया फार्मास्युटिकल सील, 20 साल से थी चेन्नई की श्री सन फार्मा कंपनी की डीलरशिप