मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के सीआरपीएफ जवान के अंतिम संस्कार को लेकर विवाद स्थिति निर्मित हो गई है। पार्थिव देह पहुंचने के बाद भी अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। जवान के परिजन उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग पर अड़े हुए हैं। शहीद का दर्जा जब तक नहीं मिल जाता तब तक अंतिम संस्कार नहीं करने की बात पर अड़े हुए हैं।

जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के अंबाह के जवान की पार्थिव देह गृह ग्राम पहुंच गई है। बताया जाता है कि जवान जल सिंह सखवार बीते शुक्रवार को पाकिस्तान व्दारा फायरिंग में शहीद हो गया था। जम्मू-कश्मीर के अनंत नाग क्षेत्र में स्थित जामिया मस्जिद के पास बने टोल पर ड्यूटी में तैनात थे। दो जवान मौके पर शहीद हुए थे। उनका गृह गांव अम्बाह विकास खंड के नगरा सिलावली है। वर्तमान में परिवार अम्बाह कस्बे में रह रहा है।

पार्थिव शरीर आने के बाद उके परिजनों की कृषि भूमि और शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। उनके घर के सामने हजारों की संख्या में लोग जुटे हुए हैं। घर के सामने ही पार्थिव देह रखा हुआ है। दिल्ली से आये सीआरपीएफ के अधिकारी का कहना जलसिंह ने सुसाइड की है। सुसाइड और शहीद मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले को लेकर सखवार समाज में आक्रोश है। घर के बाहर हजारों की भीड़ एकत्रित है। बताया जाता है कि 10 दिन पहले ही छुट्टी मना कर जलसिंह ड्यूटी पर गया था। उनके परिवार में दो बेटी और एक बेटा है।

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