शिवम मिश्रा, रायपुर। भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए जाने को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपमानजनक करार देते हुए कहा कि देश जानना चाहता है कि ऐसी परिस्थितियां कैसे बनी.

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पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर मीडिया से चर्चा में कहा कि दोनों (भारत अथवा पाकिस्तान) सरकार में से कोई एक घोषणा करती तो यह अलग बात थी. लेकिन ट्रंप का निर्देश अपमानजनक है. 1971 में इंदिरा गांधी ने कहा था कि कोई भी तीसरा देश हस्तक्षेप नहीं करेगा. मध्यस्थता कोई भी कर सकता है, लेकिन ट्रंप पंच बना है,

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. देश जानना चाहता है कि आखिर ऐसी परिस्थितियों कैसे बनी. सरकार के फैसले पर कोई आपत्ति नहीं है, युद्ध रुकना चाहिए. सरकार जो भी कदम उठाए, कांग्रेस साथ है. जो निर्णय लेना है, सरकार ले.

बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिन्हांकित करने STF के गठन पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि अभी तो अभियान चलाए थे, कितनों को निकाला गया? कितने को आईडेंटिफाई किया गया? ये बताना चाहिए. पुलिस अधिकारियों ने रात-रात घर-घर जाकर अभियान चलाया था, उसका क्या हुआ? जहां चुनाव होते हैं, वहां पर बांग्लादेशी और पाकिस्तानी आ जाते हैं. बंगाल में चुनाव आने वाला है, इसलिए अब बांग्लादेशियों की बात होगी.

पीएम आवास पर डिप्टी सीएम की चुनौती स्वीकार

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री आवास पर चर्चा के लिए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की चुनौती स्वीकार करते हुए कहा कि मंच, स्थान और समय तय कर लें, भूपेश बघेल चर्चा करने आ जाएगा. कांग्रेस के लोग चुनौती को स्वीकार करते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पीएम आवास के लिए 1 लाख 30 हज़ार दिया जाता था, अब 1 लाख 20 हज़ार कर दिया गया है. विधानसभा में ढाई लाख देने की मांग भी किया है.