सत्यपाल राजपूत, रायपुर. प्रदेश में मानसून आ चुका है. बारिश को लेकर प्रदेश में सड़कों के हालात और सरकार की तैयारियों लेकर लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू से चर्चा की. मंत्री ने कहा कि बारिश के दौरान जो लोगों को परेशानी होती है, वो परेशानी न हो इसके लिए हमने पहले से तैयारी करके रख ली है. ऐसे भी चार वर्षों में हमारे मुख्यमंत्री के निर्देश में 7 हजार से ज्यादा नई सड़कों का निर्माण प्रदेश में किया गया है. इसके लिए 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि स्वीकृत की गई है. नई सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है और कहीं कहीं निर्माण कार्य जारी है.

सवाल : पुरानी सड़कों में गड्ढे हैं लोग उसमें गिर जा रहे हैं. यात्री परेशान होते हैं. इसके लिए क्या किया गया है ?

जवाब : नई सड़क है तो गड्ढे होने का चांस नहीं है. वहां लोग परेशान नहीं होंगे. जहां पुरानी सड़के हैं वहां बरसात से पहले ही पेच रिपेयरिंग का काम करने का निर्देश दिया गया है. लगभग पेच रिपेयरिंग का काम भी पूरा हो गया है. अगर बारिश के बीच कोई घटना होती है तो इसके रिपेयरिंग के लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि तत्काल उसको रिपेयर किया जाए.

सवाल : बारिश में शहरों से संपर्क कटने वाले क्षेत्रों को क्या चिन्हित किया गया है. इस बरसात वहां से संपर्क न कटे इसीलिए इसके लिए क्या किया गया है?

जवाब : लगभग मैदानी इलाकों में भी और बस्तर के क्षेत्रों में जहां जंगली इलाका है, वहां भी पुल पुलिया बनाया गया है और भी जहां आवश्यकता महसूस होगी ये जानकारी में आएगी, तो निश्चित तौर पर उसके लिए भी बजट प्रावधान किया जाएगा.

सवाल : बाढ़ से निपटने के लिए राहत के लिए क्या तैयारी है ?

जवाब : बाढ़ से निपटने के लिए नगर सेना की टीम है. SDRF की टीम है. बोट की व्यवस्था कर ली गई है. बरसात से पहले सभी को दुरुस्त कर लिया गया है. बाढ़ राहत टीम में सभी प्रशिक्षण प्राप्त जवान रहते हैं. जहां-जहां पिछले तीन चार वर्षों में बाढ़ की स्थिति बनती है, उसको चिन्हित कर उसके अनुसार तैनाती रहती है. अलर्ट मोड में विभाग रहता है. ताकि कभी भी बाढ़ की सूचना मिले तो वहां फोर्स पहुंचकर राहत का कार्य करे.