लखनऊ.विवेक तिवारी हत्याकांड में बर्खास्त सिपाहियों प्रशांत चौधरी व संदीप कुमार के पक्ष में खड़े हो रहे पुलिसकर्मियों के खिलाफ शुक्रवार को विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ के तीन थानेदारों को हटा दिया गया और इन्हीं थानों के तीन सिपाहियों को निलंबित भी किया गया. इसके साथ ही वाराणसी व मीरजापुर में दो बर्खास्त सिपाही भी गिरफ्तार कर लिए गए.
दरअसल इस मामले में पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की अपील के बाद भी सिपाहियों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल दीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार शाम मुख्य सचिव अनूपचंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार व डीजीपी ओपी सिंह को तलब कर तस्वीरों व कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी ली. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने डीजीपी से कड़ी नाराजगी जताई.
तस्वीरें वायरल होने के बाद इसके नतीजे में अन्य शहरों से भी काली पट्टी बांधे जाने की खबरें आने लगीं. दोपहर बाद तीन महिला सिपाहियों की भी ऐसी ही फोटो सोशल मीडिया पर चलने लगी. इन घटनाओं ने ही डीजीपी के नेतृत्व पर सवालिया निशान लगा दिया. डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार त्रिपाठी के अनुसार लखनऊ में नाका, अलीगंज व गुडंबा थानों की वायरल तस्वीरें सही पाई गईं लिहाजा अलीगंज इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव, इंस्पेक्टर गुडंबा धर्मेश कुमार शाही व इंस्पेक्टर नाका परशुराम सिंह को शिथिल पर्यवेक्षण (काम में ढिलाई) के लिए उनके पदों से हटा दिया गया.
पुलिसकर्मियों में असंतोष फैलाने के दोषी अलीगंज थाने के सिपाही जितेंद्र कुमार वर्मा, गुडंबा थाने के आरक्षी सुमित कुमार व नाका कोतवाली के सिपाही गौरव चौधरी को निलंबित कर दिया गया है. लखनऊ, सीतापुर सहित कई अन्य जिलों की तस्वीरें भी वायरल हुई हैं, जिनके बारे में जांच की जा रही है.