जयपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने निर्देश दिए हैं कि केरल में सॉर्स कॉव-2 जेएन.1 वैरिएंट के रोगी पाए जाने के दृष्टिगत प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों में आने वाले आईएलआई एवं श्वसन रोगों से पीड़ित (ILI/SARI) रोगियों की सतत निगरानी की जाए एवं आवश्यकतानुसार जांच हेतु नमूने लिये जाएं. उन्होंने रोगियों की सूचना प्रतिदिन आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड किए जाने के भी निर्देश दिए.
श्रीमती सिंह मंगलवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में राज्य में कोविड-19, आईएलआई तथा एसएआरआई रोगों की समीक्षा कर रही थीं. बैठक में निदेशक जन स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य श्री रवि प्रकाश शर्मा, राज्य नोडल अधिकारी व एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलोजी विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थेे. बैठक में बताया गया कि केरल में पाये गये सॉर्स कॉव-2 जेएन.1 वैरिएंट का प्रदेश में एक भी रोगी चिन्हित नहीं हुआ है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में इस वैरिएंट का एक भी रोगी सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियातन समस्त चिकित्सा संस्थानों में रोगियों के उपचार हेतु आवश्यक आइसोलेशन बैड, ऑक्सीजन बैड, आईसीयू बैड, वेन्टीलेटर, दवाइयों एवं जांच सुविधा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
श्रीमती सिंह ने कहा कि संयुक्त निदेशक-जोन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आईडीएसपी टीम आईएलआई एवं एसएआरआई रोगियों की निगरानी रखे और ऐसे रोगियों की जांच कराई जाए. किसी जिले में कोविड पॉजिटिव रोगी पाये जाने पर उसका सैम्पल जीनोम सिक्वेंसिंग हेतु लैब में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें. यह सुविधा जयपुर, जोधपुर एवं कोटा में उपलब्ध है.