शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। एक तरफ है कि सरकार कड़ाई से लॉक डाउन का पालन करने के लगातार निर्देश जारी कर ही, प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री बार वीडियो संदेश जारी कर घर में रहने की अपील कर रहे हैं. लेकिन कई जनप्रतिनिधि अति उत्साह में बड़ी लापरवाही भी बरत रहे हैं. ऐसी एक लापरवाही बिलासपुर में सामने आई है. यहाँ कांग्रेस विधायक शैलेष पाण्डेय अपने घर लोगों को राशन बाँटने. इधर इस जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में महिलाओं की भीड़ विधायक के बंगले में जुट गई.  विधायक की  इस लापरवाही पर पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन और आईपीसी की धारा 188 के तहत अपराध दर्ज किया है.

दरअसल विधायक राशन के लिए लोगों को अपने सरकारी बंगले बुला लिये. लॉक डाउन की वजह से धारा 144 लागू है, लेकिन विधायक के बुलावे पर राशन लेने लोग पहुंचने लगे. देखते ही देखते उनके बंगले पहुंचने के लिए लोगों का मेला लग गया. राशन लेने उनके बंगले में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लग गए. जिस पर सिविल लाइन पुलिस ने विधायक शैलेष पाण्डेय के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. सिविल लाइन थाना प्रभारी ने बताया कि लॉक डाउन और धारा 144 के रहते बंगले में लोगो के पहुंचने के कारण विधायक शैलेष पांडे के खिलाफ दर्ज किया गया है.

पुलिस भी सवालों के घेरे में !

ऐसा नहीं कि लापरवाही विधायक ने ही बरती है. विधायक के बंगले पर जमा भीड़ को देखकर यह भी समझ में आ रहा है कि पुलिस ने भी लापरवाही बरतने में कोई कोताही नहीं छोड़ी है. क्योंकि जब पूरा शहर बंद है. किसी को भी इस तरह भीड़ में निकलने की इजाजत नहीं है, तो विधायक के बंगले तक लोगों की ये भीड़ जुटी कैसे ? क्या इस भीड़ को आने से नहीं रोका गया ? अगर नहीं रोका गया तो क्यों नहीं रोका गया ? धारा-144 का उल्लंघन लोगों को करने कैसे दिया गया ? क्या पुलिस लोगों की इस भीड़ को विधायक बंगले तक जाते हुए नहीं देख पाई ? ऐसे तमाम सवाल हैं जो पुलिस की कार्यप्रणाली को उजागर कर रहे हैं.