नई दिल्ली। केंद्र ने वेटरनरी सर्विस को आवश्यक सेवाओं की सूची में शामिल कर दिया है. केंद्रीय पशुपालन मत्स्य पालन एवं डेयरी मंत्रालय ने एक पत्र सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को इस आशय का आदेश जारी किया है।

अपने आदेश में मंत्रालय ने राज्य के सभी पशु चिकित्सालय, प्राइवेट चिकित्सालय, वेटेनरी पैथोलॉजी और पशु आवासों को सुचारू रूप से चालू रखने के निर्देश दिए हैं। अपने चिट्ठी में मंत्रालय ने संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से सफाई बरतने और भीड़ जमाना करने की ताकीद की है।

इसी संदर्भ में एक और चिट्ठी भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड ने लिखी है बोर्ड ने यह चिट्ठी सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखी है जिसमें कहा गया है कि पालतू और आवारा जानवरों के फीड और फोडर आवश्यक सेवाओं में है। बोर्ड ने लॉक डाउन के दौरान इसकी व्यवस्था चालू रखने के निर्देश दिए है. बोर्ड ने जिला प्रशासन से कहा है अगर जरूरी हो तो जिला प्रशासन आवारा पशु एवं पक्षियों को खाना और पानी मुहैया कराए.

गौतलब है कि छत्तीसगढ़ डेरी फार्मर्स एसोसिएशन ने भी लॉक डाउन के दौरान पशुओं के फीड और फोडर की व्यवस्था का मुद्दा उठाया था।

बोर्ड ने लॉक डाउन की स्थिति में प्रदेश सरकरों से ऐसे निर्देश जारी करने को कहा है जिससे जनता में जानवरों की देखभाल को लेकर जागरूकता हो सके। बोर्ड ने कानून लागू करने वाली एजेंसियों को भी कहा है यह कोई भी जानवर इस दौरान भूख से ना मरे.