शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। यहाँ कोरोना के चलते जारी सख्ती को लेकर विधायक और आईजी के बीच विवाद की स्थिति बन गई है. ऐसा लग जैसे दोनों के बीच ठन सी गई है. दरअसल घर पर राशन बाँटने के बाद से कानून का उल्लंघन करने का आरोप झेल चुके कांग्रेस विधायक शैलेष पाण्डेय और आईजी दीपांशु काबरा के बीच कुछ नहीं चल रहा है. अबकी बार कांग्रेस विधायक ने काबरा के फरमान को तुगलकी बता दिया है.
दरअसल आईजी दीपांशु काबरा ने मदद करने वालों के नाम पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों को लेकर फरमान जारी कर दिया है. इस फरमाम ने आईजी ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोई भी एनजीओ या लोग खाना खिलाने के स्वयं नहीं निकलेंगे. बल्कि प्रशासन और पुलिस तक वे जरूरत का समान पहुँचाएंगे. प्रशासन और पुलिस टीम वितरण का काम करेगी. काबरा ने अपने फरमान ने कहा कि खाना बाँटने, राशन बाँटने के नाम पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन हो रहा है.
आईजी के इस फरमाम का कांग्रेस विधायक ने पाण्डेय ने विरोध किया है. उन्होंने इसे आईजी का तुलगकी फरमान बताया है. शैलेष पाण्डेय का कहना है कि इस आदेश से लोगों को मदद समय नहीं मिल पाएगी. उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. वे अपनी ओर मदद जारी रखेंगे.