रायपुर। 29 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी का जन्मदिन है. अपने 73 साल के उम्र में अजीत जोगी ने मरवाही से लेकर दिल्ली होते हुए प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनने तक का एक लंबा और संघर्षपूर्ण सफर तय किया है. इंजीयनिंग से लेकर आईपीएस, आईएएस और फिर राजनीति में कदम रख मुख्यमंत्री बनने वाले जोगी आज भी शारीरिक परेशानियों के बावजूद पूरी क्षमता के साथ मैदान में डटे हुए हैं. यही उनकी जीवटता है, यही उनकी कामयाबी भी है.
अजीत जोगी ने अपने जन्मदिन को इस वर्ष सादगीपूर्ण तरीके से मनाने का निर्णय किया है. उन्होंने पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और चाहने वालों से भी यह आह्वान किया है कि सभी सादगी पूर्ण तरीके उनके जन्मदिवस को मनाएं. यह निर्णय जोगी ने कोरोना संकट को देखते हुए लिया है.
उन्होंने अपने जन्मदिवस के मौके प्रदेशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने यह संदेश दिया है-
आज पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में मैंने अपना 74 वां जन्मदिन सादगी से मनाने का निर्णय लिया है। आज हमारे देश के डॉक्टर – नर्सेज और अन्य मेडिकल – पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस फ़ोर्स, सफाई कर्मचारी आदि बड़ी वीरता से कोरोना वायरस से हम सबकी रक्षा कर रहे हैं। ऐसे कोरोना वारियर्स को मैं अपने जन्म दिवस पर नमन करता हूँ। जैसा की विगत कुछ वर्षों से मेरे जन्मदिवस को मितान दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस वर्ष मेरा आप सभी से अनुरोध है कि कम से कम एक कोरोना वारियर को अपना मितान बनाएं।
इस कोरोना वायरस से हमको डरना नहीं है बल्कि डटकर मुकाबला करना है। चूँकि यह एक लम्बी लड़ाई है इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उठाये जा रहे कदमों को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए उनके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर इस जंग को जीतना है। मेरा आप सबसे आग्रह है कि आने वाले कुछ माह पूरी सतर्कता बरतते हुए फिजिकल और सोशल डिस्टैन्सिंग बनाये रखें। अपने जन्म दिवस पर परमपिता परमेश्वर से मेरी यही प्रार्थना है कि जन्म दिवस पर मुझे आशीर्वाद के रूप में मेरे प्रदेश, मेरे देश और पूरे विश्व को कोरोना मुक्त बना दें। मेरे जन्मदिवस पर आप सबकी शुभकामनाओं के लिए आपको हृदय से धन्यवाद।
अजीत जोगी का पत्र