रायपुर। राज्य में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम हेतु अब यूएई एवं अन्य देशों से छत्तीसगढ़ आने वाले लोगों का कोरोना टेस्ट प्राथमिकता से किया जाएगा। इसके साथ ही जो क्वराइंटाइन किए गए, उन लोगों का भी कोरोना टेस्ट होगा, जो बीते 28 दिनों की अवधि में ऐसे राज्यों से छत्तीसगढ़ में आए हैं, जहां संक्रमण ज्यादा रहा है.
यह निर्णय सोमवार को स्टेट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारिक सिंह की अध्यक्षता में आयोजित विभागीय अधिकारियों की बैठक में लिया गया। गौरतलब है कि यूके से आने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट राज्य में पूरा हो चुका है। स्वास्थ्य सचिव सिंह ने स्क्रीनिंग कोर कमेटी को विदेशों एवं अन्य राज्यों से आए लोगों की सैंपलिंग के लिए प्रतिदिन के मान से संख्या का निर्धारण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के सैंपल कलेक्शन के लिए संबंधित जिलों के कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचित किया जाए। बैठक में राहत शिविरों, क्वॉरेंटाईन सेंटर एवं होम क्वॉरेंटाईन में रखे गए लोगों की मॉनिटरिंग के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई।
सचिव सिंह ने कहा कि क्वॉरेंटाईन लोगों से संपर्क कर उनके स्वास्थ्य की डेली रिर्पोटिंग सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि लक्षण अथवा स्वास्थ्य में गड़बड़ी की स्थिति में अविलंब इलाज मुहैया कराया जा सके। उन्होंने डेली रिर्पोटिंग हेतु जिला, ब्लॉक एवं ग्राम स्तरीय सर्विलेंस टीम को निर्देशित करने को कहा। बैठक में जानकारी दी गई कि हेल्प लाईन नंबर 104 पर 7 से 8 हजार काल्स प्रतिदिन आ रहे है। क्वॉरेंटाइन लोगों की मॉनिटरिंग एवं मार्गदर्शन के लिए स्टेट हेल्प लाईन सेंटर की क्षमता बढ़ाने एवं यहां चिकित्सक एवं प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं संभावित लोगों की सैंपलिंग के लिए जिलों को व्हीटीएम किट एवं पीपीई किट सहित अन्य सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए। बैठक में स्वास्थ्य संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक भुवनेश यादव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।