पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण से अब छत्तीसगढ़ भी अछूता नहीं है. सूबे में एक युवती के कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद खतरनाक वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने प्रदेश में धारा 144 लगा दी है. इसके साथ ही सरकार ने ऐहतियातन ऐसे सभी सरकारी-गैर सरकारी प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया है साथ ही आयोजनों पर भी रोक लगा दी है जहां बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं. बावजूद इसके दंतेवाड़ा में एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली. शुक्रवार को कटे कल्याण, बारसूर और पालनार बाजार का आयोजन हुआ. वहीं शनिवार को नकुलनार इलाके में एक बड़ा बाजार लगाया गया. बाजार में बड़ीं संख्या में लोगों की भीड़ भी उमडी. लोग बेफिक्र होकर भीड़ में खरीदारी कर रहे हैं.
पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे इस जिले में लगने वाले साप्ताहिक बाजारों में दूसरे राज्यों से व्यापारी पहुंचते हैं. यहां ओड़िसा के मलकानगिरी और आंध्रप्रदेश के व्यापारी मछलियां और सब्जी लेकर पहुंचते हैं. इस मामले में जब जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने शहरी इलाकों में धारा 144 लागू होने का हवाला दिया और अधिकारी संक्रमण के खतरे से पूरी तरह बेफिक्र नजर आए. चूंकि बाजार में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ पहुंच रही है वहीं दूसरे राज्यों से व्यापारी सामान लेकर पहुंच रहे हैं. ऐसे में किसी संक्रमित व्यक्ति के जरिये वायरस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
बता दें इस जिले की सीमा आंध्रप्रदेश और ओड़िशा की सीमा से लगी हुई है. आंध्रप्रदेश और ओड़िशा में भी कोरोना पॉजीटिव मरीजों की पहचान हुई है. ऐसे में संक्रमण के खतरे को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. लोगों को रोजमर्रा की चीजों की आवश्यकता है जिसे देखते हुए प्रशासन को चाहिए कि वो लोगों को जागरुक करें और ऐसी जगहों में प्रशासनिक अमलों की तैनाती की जाए, साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले व्यापारियों के प्रवेश को भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए ऐहतियातन अंतर्राज्यीय बस सेवा पर भी रोक लगा दी है.