सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राजधानी के माना कैंप स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में कोरोना विस्फोट हुआ है. यहां करीब 45 अपचारी बालक संक्रमित पाये गए हैं.

बाल संप्रेषण गृह में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले आने से हड़कंप मच गया है. संप्रेक्षण गृह को आइसोलेशन सेंटर में तब्दील कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, बच्चों के लिए 6 नर्स, एक डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है.

कोरोना विस्फोट को लेकर महिला बाल विकास अधिकारी अशोक पाण्डेय ने बताया कि बाल संरक्षण गृह में वर्तमान में 75 बच्चे है और 15 स्टॉफ, सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया, जिनमें 45 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. मामला कलेक्टर के संज्ञान में आते ही इसे कोविड सेंटर में तब्दील कर दिया गया. सभी बच्चों को आइसोलेशन में रखा गया है जिनके इलाज के लिए डॉक्टर और नर्स की टीम भी लगाई गई है. अभी की स्थिति में सभी बच्चे ठीक है.

कैसे हुए बच्चे संक्रमित

महिला बाल विकास अधिकारी ने बताया कि एक कैदी जो बाहर से आया था, उसे सेंट्रल जेल लेकर जाना था. जेल परिसर से आदेश था कि पहले उस बच्चे का आरटीपीसीआर टेस्ट हो, टेस्ट के बाद उस बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. तब तक वो बाहरी बच्चा हमारे संप्रेक्षण गृह के बच्चों से मिल चुका था, इसलिए सभी का टेस्ट कराया गया, जिसमें 45 बच्चे पॉजिटिव मिले.

एक दिन में मिले 9 हजार 120 मरीज

छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर जारी है. प्रदेश में रविवार को 9 हजार 120 केस सामने आए हैं. जबकि 189 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. इसी बीच राहत भरी खबर ये है कि 12 हजार 810 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. अब तक प्रदेश में 7 लाख 14 हजार 359 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. मौत का आंकड़ा 10 हजार 570 पहुंच गया है. प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या 1 लाख 26 हजार 547 है.