नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ तमाम जगहों पर लोगों की रैंडम चेकिंग की जा रही है, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके. रेलवे स्टेशनों पर भी विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है. यहां यात्रियों की रैंडम कोरोना आरटीपीसीआर व रैपिड एंटीजन जांच हो रही है. फिलहाल दिल्ली के जिन भीड़भाड़ वाली जगहों पर यह चेकिंग हो रही है, उनमें दिल्ली के रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं. इसके अलावा चेकिंग के साथ यात्रियों का टीकाकरण भी किया जा रहा है. दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों में भी संक्रमण फैल रहा है. जिन राज्यों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, उन राज्य के लोगों पर कड़ी निगरानी बनी हुई है.

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आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन करीब 1 हजार लोगों की जांच की जा रही है. इनमें रैपिड एंटीजन और RT-PCR जांच शामिल है. इस दौरान यदि कोई व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है, तो उसे स्थानीय कोविड केयर सेंटर भेजा जाता है. इसके अलावा जिन यात्रियों की जांच दो दिन में आती है, उनके टेस्ट को नोट कर उनसे बाद में संपर्क किया जाता है. पॉजिटिव आने पर उनको होम आइसोलेट किया जाता है. दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र में कोरोना की 20 जगहों पर रैंडम जांच की जा रही है. ये जांच कैम्प लगाकर और मोबाइल वैन के माध्यम से भी की जा रही है.

Corona Bomb in Delhi : एक दिन में 41 फीसदी की वृद्धि, 15 हजार से ऊपर मिले नए कोविड मरीज, 6 लोगों की मौत

 

दरअसल गुरुवार को दिल्ली में कोविड केस 15 हजार के पार दर्ज किए गए. 6 मरीजों की मृत्यु भी हुई, दिल्ली में अब संक्रमण दर साढ़े 15 फीसदी से अधिक पहुंच गया है. दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण हुई कुल मृत्यु का आंकड़ा कुल 25,127 हो गया है. राजधानी में कुल 6900 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं. सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 31,498 हो गई है. इसके अलावा दिल्ली के विभिन्न कोविड अस्पतालों में कुल 1,091 मरीज मौजूदा वक्त में भर्ती हैं. इनमें कुल 135 मरीज दिल्ली के बाहर से हैं और 869 मरीज दिल्ली राज्य से हैं, साथ ही 769 मरीज बिना ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, 211 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और 24 मरीज वेंटिलेटर पर हैं.

 

केंद्र सरकार ने दिल्ली-NCR में की तैयारियों की समीक्षा

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने हाल ही में कोविड के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली-एनसीआर में स्थिति और तैयारियों की समीक्षा की है और प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक एकीकृत लड़ाई की आवश्यकता पर बल दिया है. गुरुवार शाम को बुलाई गई बैठक में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कोविड -19 स्थिति की समीक्षा की गई, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों के 9 सीमावर्ती जिले शामिल हैं. शुक्रवार को एक बयान में गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कहा कि गृह सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के सभी संबंधित अधिकारियों को वायरस से निपटने के लिए एक साथ आना आवश्यक है. उन्होंने कोविड -19 महामारी से निपटने के लिए दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक एकीकृत रणनीति बनाने की आवश्यकता दोहराई.

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इस बैठक के दौरान गृह सचिव ने बताया कि ओमिक्रॉन मामलों में किसी भी वृद्धि से निपटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए और निगरानी और नियंत्रण तंत्र को और मजबूत करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य और स्थानीय प्रशासन को कोविड-19 के उचित व्यवहार के मानदंडों को सख्ती से लागू करना चाहिए. बैठक में सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग डॉ वीके पॉल और केंद्र सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली राज्यों के मुख्य सचिवों/अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ-साथ एनसीआर के जिला प्रशासन के अधिकारी भी उपस्थित थे.