रायपुर। छत्तीसगढ़ में अब शून्य से 6 वर्ष तक के बच्चों के अभिवाहकों को पोषण आहर संबिधित जानकारियाँ डिजिटल प्लेटमार्म पर मिलेगी. पालकों तक वीडियो संदेश उनके वाट्सएप पर दी जाएगी. एक अच्छी और नई शुरुआत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है.

इस नवाचार को लेकर विभाग के सचिव एस.के. परदेशी ने सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया गया. सचिव एस. के. परदेशी से मिली ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन बंद है. ऐसे में पोषण आहार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर तक पहुँचाकर दिया जा रहा है. पोषण आहार के साथ बच्चों की प्रारंभिक देख-भाल भी महत्वपूर्ण पहलू है. लिहाजा विभाग की ओर से प्रारंभिक बाल्यव्यस्था देखरेख और शिक्षा (ईसीसीई) पर आधारित अभिनव कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है. जिसके तहत डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पालकों तक बच्चों की समग्र विकास की सूचनाएँ प्रेषित की जाएगी.

उन्होंने यह भी बताया कि सूचनाओं का प्रसारण प्रत्येक सोमवार को किया जाएगा. वाट्सएप के माध्यम से 2 वीडियो संदेश विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए जाएंगे. इसमें से एक संदेश शून्य से तीन वर्ष और दूसरा संदेश तीन से 6 वर्ष आयु समूह के विकास से संबंधित होगा. प्रत्येक संदेश की अविधि 3 से 4 मिनट की होगी. जिला स्तरीय अधिकारियों की ओर से उक्त संदेश परियोजना अधिकारियों और पर्यवेक्षकों तक प्रसारित किए जाएंगे. पर्यवेक्षकों के माध्यम से संदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और फिर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए पालकों तक पहुँचाए जाएंगे.

उन्होंने यह भी कहा कि जिन पालकों के पास स्मार्ट फोन नहीं उन तक संदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा घर में जाकर सुनाया जाएगा. संदेश देते समय कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए जारी निर्देशों की जानकारी दी जाएगी. कार्यक्रमों के संचालन और समस्याओं, सुझावों को लेकर प्रत्येक शुक्रवार वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए समीक्षा की जाएगी.