नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर से कोहराम मचा दिया है. देश के अलग-अलग कोने से हजारों की तादाद में कोरोना मरीज मिल रहे हैं. ये आंकड़े पहले से भी ज्यादा भयावह हो रहे हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बीर फिर ज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की एक वर्चुअल बैठक बुलाई है. इस बैठक को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं.

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कोरोना संक्रमण को लेकर पीएम मोदी ने 17 मार्च को भी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि था कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए दवाई के साथ-साथ कड़ाई की भी जरूरत है. इसके बाद से कई प्रदेशों में नाइट कर्फ्यू और रात को लॉकडाउन कर दिया गया था. अब फिर से पीएम मोदी ने बैठक बुलाई. इससे कयास लगाए जा रहे हैं कहीं एक बार फिर तो लॉकडाउन नहीं किया जाएगा.

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कोरोना से लोग तेजी से संक्रमित हो रहे

बता दें कि भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 25 दिन में 20,000 से बढ़कर 1 लाख के पार पहुंच गया है. पिछले साल 17 सितंबर को दैनिक मामलों के उस समय की अपनी चरम संख्या 97,894 पहुंचने में 76 दिन का समय लगा था. यह दर्शाता है कि यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना से लोग तेजी के साथ संक्रमित हो रहे हैं.

महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ में भयावह आंकड़े

देश में पिछले एक हफ्ते से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए कोविड-19 के 1,03,558 नए मामलों में से 81.90 प्रतिशत महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और पंजाब से हैं, जहां संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतारी दर्ज की जा रही है.

क्या फिर से लगेगा लॉकडाउन?

गौरतलब है कि कई राज्य पहले से ही लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगा चुके हैं. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र ने सोमवार से कई पाबंदियां लागू की है. इनमें नाइट कर्फ्यू से लेकर वीकेंड लॉकडाउन तक शामिल है. छत्तीसगढ़ में भी लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं.  इसे देखते हुए मीटिंग में राज्यों से आए सुझाव के आधार पर कोरोना को फिर बढ़ने से रोकने की रणनीति बनेगी.

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