नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इसी तेजी से कोरोना वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है. कोरोना वैक्सीन को लेकर नई गाइडलाइन भी जारी कर दी है. हेल्थ विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के समूह की सिफारिश के बाद कोविशील्ड वैक्सीन के दूसरे डोज के समय में बदलाव किया गया है.
इसे भी पढ़ें: कोरोना से मौत के मामले में चौथे नंबर पर छग, बृजमोहन ने कांग्रेस सरकार पर कसा तंज
दरअसल, कोविशील्ड की पहली डोज लगने के 4 से 6 हफ्ते बाद दूसरी खुराक दी जा रही है. अब केंद्र सरकार ने 6-8 हफ्ते कर दिया गया है. केंद्र की नई गाइडलाइन के मुताबिक कोवीशील्ड के दोनों डोज के बीच अब कम से कम 6 से 8 हफ्ते का अंतर होना चाहिए. फिलहाल ये अंतर 28 दिन का था.
संशोधित गैप केवल कोविशील्ड पर लागू
केंद्र सरकार ने यह निर्देश ऐसे समय में लिया है, जब देशभर में 60 साल से ऊपर और 45 साल से अधिक उम्र के बीमार लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. सरकार ने साफ किया है कि यह संशोधित गैप केवल कोविशील्ड पर लागू होगा, कोवैक्सीन के लिए नहीं है.
केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र
केंद्र सरकार ने इस बाबत राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखा है. केंद्र ने बताया कि टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के रिसर्च के बाद यह फैसला लिया जा रहा है. अब राज्य सरकारें इस पर अमल करेंगी. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट में कोविशील्ड वैक्सीन बन रही है.
देश में अबतक साढ़े 4 करोड़ खुराक लगाई गई
हाल ही में केंद्र सरकार ने SII को कोविशील्ड वैक्सीन की 10 करोड़ डोज और तैयार करने को कहा है. इसकी वजह देश में कोरोना टीकाकरण अभियान में तेजी लाना है. अबतक SII साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा डोज सरकार को दे चुकी है. इसके अलावा 6 करोड़ से अधिक टीके की खुराक 76 देशों को भेजी जा चुकी है. जबकि देश में लोगों को अबतक साढ़े 4 करोड़ खुराक लगाई गई है.
भारत में कोरोना वायरस
बता दें कि संक्रमण के नए मामलों में इन राज्यों की भागीदारी 80.5 प्रतिशत है. भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 46,951 नए मामले सामने आए हैं. इस साल एक दिन में सर्वाधिक संख्या है. मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र में 30,535 नए मामले सामने आए. एक दिन में सामने आने वाले मामलों की सबसे ज्यादा संख्या है.