सत्यपाल राजपूत, रायपुर। प्रदेश के निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का इलाज करने के लिए सरकार ने अनुबंध मापदंड जारी किया है. लेकिन सरकार के इस अनुबंध ऑफर पर निजी अस्पताल और आईएमए ने आपत्ति जताई है. आईएमए ने कहा है कि सरकार द्वारा निर्धारित राशि अपर्याप्त है. निर्धारित राशि को स्पष्ट करनी चाहिए. कोरोना से लड़ाई के लिए उपयुक्त सुविधा और पैसा मिलने पर ही काम करेंगे. बता दें कि कोरोना का इलाज निजी अस्पताल में करने के लिए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध मापदंड जारी किए थे.

हॉस्पिटल बोर्ड के सदस्य और आईएमए के सदस्य डॉक्टर राकेश गुप्ता ने कहा कि हम सब कोरोना के लड़ाई में कदम से कदम मिलाकर लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें पहले पर्याप्त सुविधा दिया जाए, जो रकम निर्धारित किया गया है ये वो कम है.

दिल्ली में भी गाइडलाइन दिया गया है, वो सम्मान जनक है, यहां ये भी स्पष्ट नहीं है जब तक स्पष्ट नहीं होता, तब तक काम करना आसान नहीं होगा. अभी तक यह जानकारी नहीं है.

हम लोग तभी इलाज करेंगे, जब हॉस्पिटल में जितने बेड है, सुविधा के अनुसार भुगतान होगा, यदि जितने बिस्तर मरीज उतने का भुगतान होगा तो नहीं करेंगे. क्योंकि कोविड हॉस्पिटल बनने से दूसरे मरीजों का आना बंद होगा. रिस्क बढ़ जाएगा. ऐसी स्थिति में तभी काम प्रारंभ किया जाएगा जब सारी विषय स्पष्ट हो.