सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। सेना ने आज कोरोना वॉरियर्स पर आसमान से फूल बरसाए. सेना की ओर से कोरोना के खिलाफ जंग के मैदान में डटे चिकित्साकर्मी, नर्सिंग स्टॉफ, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, मीडियाकर्मी को सम्मान दिया गया है. सेना की ओर से मिले इस सम्मान से एम्स का हर स्टॉफ बेहद प्रसन्न है. वह खुद को गौरवांवित महसूस कर रहा है कि जिस सेना पर हम सभी भारतवासियों को नाज़ है. उस सेना के जवानों ने आज हमें इस तरह सम्मानित कर हमारा हौसला अफजाई किया है. हम दिल से सेना के सभी जवानों का शुक्रिया अदा करते हैं.

खास-बातचीत में करण पिपरे ने कहा- सेना ने हमारा मनोबल बढ़ाया उसके लिए धन्यवाद और शुभकामनाएं. सेना ने बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया है मैं सेना सलाम करता हूं. सेना जिस प्रकार से बॉर्डर में खड़े होकर के दुश्मनों से लड़ाई करती है और देशवासियों को सुरक्षित रखती है, उसी प्रकार से हमारा भी उन्होंने मनोबल बढ़ाया. हमारा सम्मान इससे ज्यादा नहीं हो सकता. सेना ने फूलों की वर्षा कर के हमें जो शुभकामनाएं दी है उसे पूरा विश्व देख रहा है.

उन्होने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा कि हमने खेल प्रारंभ किया था और शुरू में ही हमने एक गोल मारा और हम विजयी रहे. एम्स में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव एक युवती आई थी. लंदन से रायपुर लौटी युवती प्रदेश में पहली पॉजिटिव मरीज थी. एम्स के सामने यह पहली चुनौती थी. लेकिन जब वह ठीक होकर घर लौटी तो वह एम्स के सभी सदस्यों के लिए बेहद खुशी का दिन था.

पहला मामला सामने के बाद दूसरा, तीसरा और चौथा करके 40 से ज्यादा मरीज एम्स में आते गए. हमने सभी मरीजों पर पूरा ध्यान दिया. लगातार हमारी टीम निगरानी करती रही. लिहाजा आज 36 मरीज ठोकर अस्पताल से जा चुके हैं, फिलहाल 7 मरीजों को इलाज चल रहा है. मेरा दावा है कि वह भी अच्छे होकर घर जाएंगे.

कोरोना से जीत लेंगे जंग, सब है एक-दूसरे संग

भरत बरेठ ने कहा कि कोरोना वायरस पूरे विश्व में महामारी के रूप में फैला है. इससे जूझने के लिए रायपुर एम्स के डॉक्टरों ने जितना उत्कृष्ट कार्य किया है. छत्तीसगढ़ में हमारे डॉक्टर वाकई में वारियर के रूप में काम कर रहे है. केवल छत्तीसगढ़ में नहीं बल्कि इंडिया में भी अच्छा नाम कमा रहे हैं और सुरक्षा की फ्रंट लाइन इन की है और दूसरी पुलिस की है. स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की हिम्मत और उनके अच्छे कार्य की वजह से आर्मी ने भी उनका सम्मान करते हो यह दिखाया कि पूरे भारत में सब एक-दूसरे के अच्छे कार्य के लिए सम्मान करते हैं.

उन्होंने कहा कि जैसे कबड्डी टीम में एक अच्छा प्लेयर जब खेल के दौरान थक जाता है, तो दूसरे, तीसरे राउंड में वो दूसरे खिलाड़ी को मौका देता है और उसी प्रकार हमारे डॉक्टर, और पुलिस विभाग है जो यह सिद्ध करता है कि हम भारतीयों को बचाने के लिए और इनकी सुरक्षा के लिए हम आर्मी के कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं और आर्मी के लोग अपनी जान की परवाह किए बिना बॉर्डर की रक्षा कर रहे हैं, उसी तरह डॉक्टर्स भी कोरोना वायरस से पूरे देश को बचाने में लगे हुए है.