रायपुर- लाॅकडाउन जरूर कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव रोके जाने के लिए एक बेहद कारगर जरिया है, लेकिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में छत्तीसगढ़ सरकार की अपनी तैयारी क्या है? क्या राज्य के अस्पताल कोरोना से लड़ने पूरी तरह से तैयार हैं? क्या जिस बुनियादी स्वास्थ्यगत ढांचों की जरूरत राज्य में हैं, वह मौजूद है? दरअसल इन तमाम सवालों का जवाब सरकार के स्टेटस रिपोर्ट से मिलता है. यह रिपोर्ट 1 अप्रैल 2020 तक की गई तैयारियों के आधार पर तैयार की गई है.
स्टेटस रिपोर्ट के जरिए राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी तैयारियों का ब्यौरा पेश किया है. यह रिपोर्ट बताती है कि राज्य में अब तक कुल 787 सैम्पल लिए जा चुके हैं, जिनमें से 732 की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि 9 पाॅजिटिव केसेज सामने आए. फिलहाल 46 सैम्पल की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है. कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए राज्य में कुल आठ सेंटर्स हैं, जिनसे से एम्स में 500 बेड, सिविल अस्पताल माना में 100, मेडिकल काॅलेज रायपुर में 400 और अन्य पांच मेडिकल कालेजों में कुल 1000 बिस्तरों की व्यवस्था की जा चुकी है.
1 अप्रैल 2020 तक की तैयारियों पर जारी की गई राज्य सरकार की स्टेटस रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य में कुल 622 वेंटिलेटर्स हैं, जिनमें डायरेक्टरेट हेल्थ सर्विसेस (डीएचएस) और डायरेक्टरेट मेडिकल एजुकेशन (डीएमई) के पास क्रमशः 44 और 214 तथा निजी क्षेत्रों में कुल 364 वेटिंलेटर्स शामिल है. रिपोर्ट कहती है कि राज्य में 26 जिला अस्पतालों, 6 मेडिकल काॅलेज, एम्स रायपुर और सिविल अस्पताल माना में कुल 34 आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं, जबकि कोरोना संदिग्ध मरीजों को क्वारंटाइन करने के लिए 74 सेंटर्स बनाए गए हैं. इन सेंटर्स में कुल 1249 बेड की व्यवस्था की गई है. राज्य में इस वक्त सरकार के बनाए क्वारंटाइन सेंटर्स में 167 संदिग्ध लोगों को रखा गया है, जबकि होम क्वारंटाइन में इस वक्त तक 51 हजार 935 लोग हैं.
कोरोना वायरस के इलाज के लिए जुटे डाक्टरों की सुरक्षा संबंधित तैयारी भी इस स्टेटस रिपोर्ट में बताई गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वक्त 4 हजार 417 पीपीई किट्स, 2 हजार 295 वीटीएम, 46 हजार 364 एन 95 मास्क, 5 लाख 10 हजार 943 ट्रिपल लेयर मास्क, 78 हजार 771 सेफ डिलिवरी किट मौजूद है. वहीं केंद्र सरकार से एम्स को अब तक 2 हजार 100 टेस्ट किट्स मिल चुके हैं. इस वक्त राज्य में 1100 टेस्ट किट बाकी हैं.
रिम्स में बनाया जा रहा है 500 बिस्तरों का कोविड अस्पताल
इधर राज्य सरकार ने कोरोना पाॅजिटिव केसेज की संभावित बढ़ोतरी के मद्देनजर रिम्स अस्पताल को कोविड 19 अस्पताल के रूप में तैयार करना शुरू कर दिया है. 500 बिस्तर क्षमता वाले इस अस्पताल में केवल कोविड 19 वायरस से संक्रमित मरीजों को रख उपचार किया जाएगा. यह राज्य का पहला डेडिकेटेड कोविड 10 अस्पताल होगा.
एक मार्च तक 2085 लोग विदेश प्रवास से लौटे
राज्य में लाकडाउन होने के पहले यानी 1 मार्च 2020 की स्थिति तक के आंकड़े बताते हैं कि 2085 लोग ऐसे हैं, जो विदेश प्रवास से लौटे थे. हालांकि यह संख्या लाकडाउन शुरू होने के ठीक पहले तक काफी बढ़ गई थी. इनमें से बड़ी तादात में लंदन और दुबई से लौटने वाले लोग भी शामिल थे. राज्य में अब तक सामने आए 9 पाॅजिटिव केसेज में 4 केस ऐसे रहे, जो लंदन रिटर्न थे. जबकि पाॅजिटिव केस दुबई से लौटने वाले लोगों के थे. स्वास्थ्य महकमे ने लंदन से लौटने वाले 73 लोगों की बकायदा सूची बनाई है, जिसे सभी जिलों के कलेक्टरों को भेजा गया है, जिससे उन लोगों को क्वारंटाइन किया जा सके.
जानिए संभागवार कितने टेस्ट हुए
कोविड 19 संक्रमित संदिग्ध लोगों के अब तक हुए कुल 787 टेस्ट में से दुर्ग संभाग से 119 लोगों के सैम्पल लिए गए थे, जिनमें से 97 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. एक पाॅजिटिव केस मिला था, जिसकी निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज किया गया है. वहीं 20 रिपोर्ट आनी फिलहाल बाकी है. वहीं रायपुर संभाग में कुल 471 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से 454 की रिपोर्ट निगेटिव आई है. जबकि 5 पाॅजिटिव केस सामने आए थे. इनमें से एक मरीज पुरी तरह स्वस्थ है. 4 एक्टिव केस हैं. 12 संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है. बिलासपुर संभाग में 126 सैम्पल जांच में भेजे गए थे, जिसमें से 113 की रिपोर्ट निगेटिव आई, जबकि 2 केस पाॅजिटिव पाए गए, 11 की रिपोर्ट आना बाकी है. सरगुजा संभाग में से अब तक कुल 31 सैम्पल जांच में भेजे गए, जिनमें से 29 की रिपोर्ट निगेटिव आई, 2 सैम्पल की रिपोर्ट आना बाकी है. वहीं बस्तर संभाग से कुल 17 सैम्पल लिए गए, जिनमें से 16 की निगेटिव रिपोर्ट आई है. एक की रिपोर्ट आना बाकी है.