नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि के साथ ही इसके लक्षण का दायरा भी बढ़ने लगा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब स्वाद का पता न चलना और गंध का महसूस न होने को भी कोरोना वायरस के लक्षणों में शामिल कर दिया है. यानी किसी व्यक्ति को यह लक्षण हैं, तो उसे भी कोरोना हो सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर क्लीनिकल गाइडलाइन जारी की है जिसके अनुसार सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता का चले जाना भी कोरोना वायरस का लक्षण हो सकता है. गाइडलाइन के अनुसार कोरोना का ज्यादा खतरा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों, डायबटीज, हाइपरटेंशन, हृदयरोग, फेफड़े की बीमारी, कैंसर के मरीज, किडनी के मरीजों को है.
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 उपचार केंद्रों में आ रहे कोरोना वायरस से संक्रमित लोग बुखार, खांसी, थकान, सांस लेने में दिक्कत, बलगम, मांसपेशियों में दर्द, नाक बहने, गले में खराबी और दस्त जैसे लक्षणों की शिकायत कर रहे हैं. उन्होंने सांस संबंधी दिक्कत शुरू होने से पहले गंध और स्वाद महसूस न होने जैसे लक्षणों की शिकायत भी की है. बुजुर्ग लोगों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में थकान, सजगता की कमी, गतिशीलता की कमी, दस्त, भूख न लगना, अचेत होना और बुखार न होने जैसे कुछ अलग लक्षण भी हो सकते हैं.