रायपुर. भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कोरोना संकट पर राज्य सरकार की तैयारी को नाकाफी बताते हुए कहा है कि कोरोना संकट अभी टला नहीं है और राज्य सरकार पहले से ही अपनी पीठ थपथपा रही है. सूरजपुर जिले के जिन 10 व्यक्तियों का मेकाहारा रायपुर में रेपिड टेस्ट किया गया है, उनका अब रायपुर एम्स में टेस्ट किया जा रहा है. रायपुर एम्स की अपनी एक क्षमता है और क्षमता से अधिक संख्या बढ़ने पर स्थिति अनियंत्रित हो सकती है. असल में राज्य सरकार की ठोस तैयारी है ही नहीं और सिर्फ एम्स पर ही निर्भर प्रतीत हो रही है.

सुनील सोनी ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ के सैकड़ों छात्र लाये गए हैं, हजारों लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं और लाखों मजदूरों का आना भी बाकी है. ऐसी स्थिति में यदि हजारों की संख्या में अन्य प्रदेशों से फंसे लोगों को लाया जाता है तो स्थिति से निपटने के लिए पूर्व से तैयारी की जानी चाहिए न कि आरोप-प्रत्यारोप.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इन लोगों को क्वारंटीन किये जाने की क्या-क्या तैयारी की है ? यदि अन्य प्रदेशों से हजारों मजदूरों और अन्य लोगों को लाने के पूर्व इनके क्वांरटीन करने, रूकने, जांच करने, भोजन इत्यादि के संबंध सरकार व्यवस्था कर लेती है तो निश्चित  ही आने वाले समय में बड़ी परेशानी से बचा जा सकेगा, यह मेरा आग्रह और सुझाव भी है. राज्य सरकार को दूरगामी सोच के आधार पर ही यथा शीघ्र निर्णय लेने होंगे.

सांसद सोनी ने कहा कि राज्य सरकार से बार-बार आग्रह करने के बाद भी संभाग स्तर पर न ही अस्पताल तैयार किये गए हैं और न ही लैब, जिसकी अत्यंत आवश्यकता है. हम यहां राजनीति नहीं कर रहे हैं बल्कि एक सांसद के दायित्व के नाते सरकार को आग्रह कर रहे हैं, इसे कृपया खंडन न करें. मैं अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूं, तो आप मुझ पर आरोप लगा रहे हैं. इससे न तो आप बच सकते हैं और न ही छत्तीसगढ़.