नई दिल्‍ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन में दूसरे देशों में फंसे भारतीयों को लाने की केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. बड़ी संख्या में देश लौटने वालों की संख्या को देखते हुए यह काम 7 मई से किश्तों में किया जाएगा,
विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने दूतावास और उच्चायोग को निर्देशित कर दिया था, जिसके बाद लोगों से मिले आवेदनों के आधार पर सूची बनाने का काम शुरू भी हो गया है. भारतीयों की घर वापसी के लिए वायुसेना और नौसेना की भी मदद लेने की तैयारी है. इसके लिए स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकाल तैयार कर लिया गया है.

कोरोना संक्रमण को देखते हुए अन्य सेवाओं के साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नागरिक हवाई सेवाओं पर भी 17 मई तक प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन कार्गों विमानों को परिचालन की शर्तों के आधार पर छूट दी गई है.
जानकारी के अनुसार, वापसी के लिए उड़ान भरने से पहले सभी लोगों की हवाई अड्डे पर मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी. केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी. स्वास्थ्य मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा तय किये गए प्रोटोकॉल का पालन यात्रियों को करना होगा.

यही नहीं घर वापसी के बाद भी यात्रियों का मेडिकल चेकअप होगा, इसके बाद संबंधित राज्य सरकार उन्हें अस्पताल या संस्थागत क्वारंटाइन में 14 दिन के लिए रखेगी. 14 दिन के बाद दोबारा कोविड टेस्ट किया जाएगा और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं बाहर से आने वालों को आरोग्य सेतु ऐप पर रजिस्टर करना होगा.